गुढीपाडवा आज सेक्टर दो श्री संत शिरोमणी नामदेव महाराज मंदिर मे हर्ष उल्हास के साथ मनाया गया

गुढीपाडवा आज सेक्टर दो श्री संत शिरोमणी नामदेव महाराज मंदिर मे हर्ष उल्हास के साथ मनाया गया

भिलाई। गुढीपाडवा आज सेक्टर दो श्री संत शिरोमणी नामदेव महाराज मंदिर मे हर्ष उल्हास के साथ मनाया गया प्रातः मंदिर मै श्री संत शिरोमणी नामदेव महाराज जी विठ्ठल रखुमाई मूर्ती की पूजा अर्चना कर फुल माला नवीन  वस्त्र श्रीनगर पूजा अर्चना की नवरात्री मा दुर्गा की पूजा अर्चना भी कि गई गुढीपाडवा हिंदू नववर्ष का प्रतीक पर्व है जिसे मोठे रूप से महाराष्ट्र और गोवा मे उत्साह के साथ मनाया जाता है धार्मिक मान्यताओ के अन्सार इस दिन भगवान ब्रह्मा द्वारा सृष्टी की रचना दिवस भी मनाया जाता है महाराष्ट्र मे लोक अपने घरो मे बाहर गुडी लगाते है जो समृद्धी का प्रतीक होता है खुशाली का प्रतीक होता है गुडी को विजय और समृद्धी प्रतीक चिन्ह माना जाता है पाडवा का अर्थ होता है चंद्र महा प्रथम दिन यह दिन से नववर्ष सुरुवात होती है पुराने दुखो को भूल कर नया साल की खुशी में शामिल हो जाते है खुशिया मनाते है पूजा पाठ नये वस्त्र धारण करते है खुशिया मनाते है सुख शांती और उत्साह के साथ सब मिलकर पर्व  यहा पर मनाते है इस दिन घर मे साफसफाई की रंगोली से सजाया जाता है पारंपरिक पकवान जसे पुरणपोळी और श्रीखंड बनाये जाते है मिठे व्यंजन बनाया जाते है. हिंदू नववर्ष गुढी पाडवा श्रीराम भक्त प्रशांत कुमार शिरसागर इस महाराष्ट्र पर्व बारे मे अपने विचार साझा करते हुए  बताया समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है गुड़ी बनाना
गुड़ी पड़वा की सबसे खास परंपरा ‘गुड़ी’ बनाने की होती है। इसे घर के दरवाजे या खिड़की पर लगाया जाता है। इसे बनाने के ल‍िए लकड़ी या बांस की छड़ी ली जाती है। इसके ऊपरी सिरे पर तांबे या चांदी का कलश उल्टा रख दिया जाता है। इसके बाद इस पर चमकदार बॉर्डर वाली धोती या साड़ी बांधी जाती है। इसे नीम या आम के पत्तों और फूलों की माला से सजाया जाता है। महाराष्ट्र छत्तीसगड गोवा भारत के अन्य राज्य मे भी यह पर्व हर्ष उल्हास के साथ मनाया जाता है सनातन धर्म प्रचारक मनोज ठाकरे प्रशांत कुमार क्षीरसागर किशोर कुमार कनोजे सनातन धर्म घर घर मे जाकर सनातन धर्म का ध्वज लगाया गया जय जय श्रीराम. हिंदू नववर्ष गुढी पाडवा श्रीराम भक्त प्रशांत कुमार शिरसागर इस महाराष्ट्र पर्व बारे मे अपने विचार साझा करते हुए  बताया समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है गुड़ी बनाना
गुड़ी पड़वा की सबसे खास परंपरा ‘गुड़ी’ बनाने की होती है। इसे घर के दरवाजे या खिड़की पर लगाया जाता है। इसे बनाने के ल‍िए लकड़ी या बांस की छड़ी ली जाती है। इसके ऊपरी सिरे पर तांबे या चांदी का कलश उल्टा रख दिया जाता है। इसके बाद इस पर चमकदार बॉर्डर वाली धोती या साड़ी बांधी जाती है। इसे नीम या आम के पत्तों और फूलों की माला से सजाया जाता है। महाराष्ट्र छत्तीसगड गोवा भारत के अन्य राज्य मे भी यह पर्व हर्ष उल्हास के साथ मनाया जाता है सनातन धर्म प्रचारक मनोज ठाकरे प्रशांत कुमार क्षीरसागर किशोर कुमार कनोजे सनातन धर्म घर घर मे जाकर सनातन धर्म का ध्वज लगाया गया जय जय श्रीराम. कार्यक्रम इस अवसर पर प्रशांत कुमार शिरसागर मनोज ठाकरे किशोर कुमार कनोजे उषा क्षीरसागर ओम शिरसागर पियुष शिरसागर उपस्थित थे।