भारतीय महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, चीन को 1-0 से हराया

भारतीय महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, चीन को 1-0 से हराया

बिहार के राजगीर में हुई एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय महिला टीम ने तिरंगा लहरा दिया है और चीन को पटकते हुए तीसरी बार खिताब जीत लिया। फाइनल में भारत ने चीन को 1-0 से हराया। भारतीय प्लेयर्स ने कमाल का प्रदर्शन किया और गेंद को ज्यादातर समय अपने नियंत्रण में रखा और दूसरी तरफ चीन की प्लेयर्स मैच में एक भी गोल नहीं कर पाईं। भारत के लिए मैच का एकमात्र गोल दीपिका ने किया और उनके गोल की मदद से ही भारत खिताब जीतने में सफल रहा है।

भारत ने साउथ कोरिया की कर ली बराबरी

सलीमा टेटे की अगुवाई में भारत महिला टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में दबदबा कायम रखा और पूरे टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं हारा। सेमीफाइनल में भारत ने जापान को मात दी थी। भारत ने तीसरी बार (2016, 2023, 2024) एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है। इसी के साथ भारत ने साउथ कोरिया की बराबरी कर ली है। साउथ कोरिया ने भी  ACT चैंपियंस ट्रॉफी का टाइटल तीन बार जीता था।

सबसे ज्यादा बार महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली हॉकी टीमें: 

  • भारतीय टीम- 3 बार
  • साउथ कोरिया- 3 बार
  • जापान-2 बार

दीपिका ने किया शानदार गोल

पहला हॉफ गोलरहित रहने के बाद दूसरे हाफ के पहले ही मिनट में भारत को मिले पेनाल्टी कॉर्नर पर दीपिका ने गोल करके खचाखच भरे बिहार खेल यूनिवर्सिटी स्टेडियम में मौजूद दर्शकों में उत्साह का संचार कर दिया। दूसरे हॉफ के पहले ही मिनट में भारत को लालरेम्सियामी ने पेनल्टी कॉर्नर दिलाया। इस पर पहला शॉट चूक गया लेकिन गेंद सर्कल के भीतर ही थी और नवनीत की स्टिक से डिफ्लैक्ट होकर दीपिका के पास पहुंची जिसने शानदार फ्लिक से उसे गोल के भीतर डाला। भारत के पास तीसरे क्वार्टर में ही बढ़त दोगुनी करने का सुनहरा मौका था लेकिन 42वें मिनट में मिले पेनाल्टी स्ट्रोक पर दीपिका का शॉट चीन की गोलकीपर ने दाहिनी ओर डाइव लगाकर बचा लिया।

भारत ने ACT 2024 में नहीं हारा एक भी मुकाबला

एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में भारत ने पांच मुकाबले खेले और सभी में जीत हासिल की। यानी की टीम एक भी मैच हारे बिना चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने कब्जे में कामयाब रही है। चीन की टीम ने पांच मुकाबले खेले, जिसमें से सिर्फ एक हारा और वह भी फाइनल। फाइनल में भारत के आगे चीन की प्लेयर्स कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए।