सावधान! सोशल मीडिया पर लड़की बनकर लड़के कर रहे थे बात, प्यार भरी बातों में फंसाकर ऐंठते थे पैसे, 11 लोग पहुंचे सलाखों के पीछे

रायपुरः सोशल मीडिया पर लड़कियों के दोस्ती करना कई लोग पसंद करते हैं। मगर ये शौक आपको बहुत बड़ी मुश्किल में डाल सकता है। रायपुर की पुलिस ने झारखंड के जमशेदपुर और छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से ऐसे 11 बदमाशों को पकड़ा है , जो लड़कियों के फेक आईडी बनाकर लोगों को ठग रहे थे।इनके दो चार नहीं 50 लाख फॉलोअर थे।
सोशल मीडिया सुंदरियों के पीछे ठगी वाले शातिर रेंज सायबर थाने की टीम ने एक दो नहीं, बल्कि 11 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। शादी की चाहत लिए भटकने वालों को ये अपने जाल में फंसाते थे। तरीका इतना शातिर कि फंसने वाला अपने रुपए तो गंवाता ही था। बेचारों का दिल भी टूट जाया करता था, क्योंकि ये बदमाश सोशल मीडिया पर लड़की बनकर प्यार के झांसे में लड़कों को लिया करते थे। लड़कों को लगता था कि वोसोशल मीडिया पर चैट किसी सुंदरी से कर रहे हैं, मगर पीछे ये बदमाश बैठकर प्यार भरे मैसेज भेजा करते थे। इसके बाद होती थी रुपयों की बात और लोगों को बड़े प्यार से ये ठग लिया करते थे। इस गैंग में जमशेदपुरझारखंड के दो और बाकि के 9 बदमाश बिलासपुर के रहने वाले हैं।
रेंज सायबर पुलिस के मुताबिक जमशेदपुर के चाकुलिया का रहने वाला शुभम दास और लक्ष्मण गोप ने इस गैंग को शुरू किया। छत्तीसगढ़ के युवा भी इसके संपर्क में आए। इन शातिरों ने शादियां करवाने के नाम पर सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ठगा। इसका पता तब चला जब रायपुर पुलिस की टीम म्यूल अकाउंट केस की जांच कर रही थी। पता चला कि ये शातिर ठगी की रकम को म्यूल अकाउंट में भी ट्रांसफर किया करते थे। उस कड़ी को तलाश्ते हुए पुलिस इन युवकों के गैंग तक पहुंची। ये इतने शातिर हैं कि वोइसचेंजएप्लीकेशन के जरिए लड़कियों की आवाज में ही बातें करके लोगों को भरोसे में लेकर ठगते थे।
ऐसे करते थे ठगी
- सोशल मीडिया पर शादी और दोस्ती के नाम पर भावनात्मक पोस्ट डालते थे।
- खूबसूरत लड़कियों की AI से बनी नकली तस्वीरें पोस्ट करते थे।
- लड़कियों की फेक आईडी बनाकर लड़कों को प्यार और शादी का झांसा देते थे।
- रजिस्ट्रेशन फीस और बात कराने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठते थे।
- लड़कियों की आवाज ऐप से बदलकर कॉल और चैटिंग करते थे।