अपने ही संसदीय क्षेत्र में विरोध से जूझ रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कांग्रेस में कुछ लोगों को ''स्लीपर सेल'' बताया
अपने ही संसदीय क्षेत्र में विरोध से जूझ रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कांग्रेस में कुछ लोगों को ''स्लीपर सेल'' बताय है। उनके इस बयान से पार्टी के भीतर घमासान मच गया है। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने दो दिवसीय प्रदेश दौरे के बाद सभी वरिष्ठ नेताओं को कहा है कि पार्टी में चाहे छोटा हो या बड़ा, रूठे हैं तो उसे मनाया जाए। वरिष्ठ नेता उएक तरफ पायलट का रूठे हुए को मनाने की बात तो दूसरी तरफ सांसद प्रत्याशी भूपेश बघेल के 'स्लीपर सेल' वाले बयान के बाद एक बार फिर वे कार्यकर्ताओं के निशाने पर हैंं। दरअसल स्लीपर सेल आतंकवादी संगठनों के लिए काम करने वालों की भाषा है। आतंकवादी संगठन में स्लीपर सेल आम आदमी की तरह काम करते हैं। भाजपा का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अपने कार्यकर्ताओं को स्लीपर सेल कहना उनकी सोच को प्रदर्शित करता है।नके घर तक पहुंचे।
एक तरफ पायलट का रूठे हुए को मनाने की बात तो दूसरी तरफ सांसद प्रत्याशी भूपेश बघेल के 'स्लीपर सेल' वाले बयान के बाद एक बार फिर वे कार्यकर्ताओं के निशाने पर हैंं। दरअसल स्लीपर सेल आतंकवादी संगठनों के लिए काम करने वालों की भाषा है। आतंकवादी संगठन में स्लीपर सेल आम आदमी की तरह काम करते हैं। भाजपा का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अपने कार्यकर्ताओं को स्लीपर सेल कहना उनकी सोच को प्रदर्शित करता है।
क्या है पूरा मामला ?
विवादों से घिरे रहने वाले भूपेश बघेल ने शुक्रवार को मीडिया से चर्चा के दौरान कहा था कि कांग्रेस में कुछ लोग खराब नीयत से स्लीपर सेल की तरह काम कर रहे हैं। वे पार्टी की बेहतरी नहीं चाहते। उनका यह बयान उन कार्यकर्ताओं के लिए था, जो कि हाल ही में खुले मंचों पर बड़े नेताओं को निशाना साधते हुए अपनी बात रख चुके हैं।
अभी हाल ही में एआइसीसी सदस्य अरुण सिंह सिसोदिया के पार्टी प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखा है, जिसमें सिसोदिया ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा की मिलीभगत से पार्टी फंड के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया था। पीसीसी अध्यक्ष को चिठ्ठी लिखकर सिसोदिया ने कहा था कि पार्टी फंड के 5.89 करोड़ रुपये विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी में गलत तरीके से लगाए गए हैं। इस मु्द्दे पर भूपेश बघेल विनोद वर्मा का बचाव करते दिखे थे।