दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक में ठगों ने 2 महिलाओं से प्रधानमंत्री आवास का पैसा दिलाने के नाम पर ठगी

दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक में ठगों ने 2 महिलाओं से प्रधानमंत्री आवास का पैसा दिलाने के नाम पर ठगी

दुर्ग। दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक में ठगों ने 2 महिलाओं से प्रधानमंत्री आवास का पैसा दिलाने के नाम पर ठगी कर ली। बाइक सवार दोनों आरोपियों ने महिलाओं से उनके जेवर उतरवाए और उसे लेकर फरार हो गए। मामला पाटन ब्लॉक के ग्राम ढौर का है। मामला नेवई थाना क्षेत्र का है।जानकारी के मुताबिक, 1 अप्रैल की सुबह 11.30 बजे के करीब दो लोग बाइक से मंथिर राम साहू (60) के घर आए थे। उस समय मंथिर साहू लकड़ी काटने खेत गया हुआ था। घर में केवल उसकी पत्नी त्रिवेणी साहू और बहू मलेश्वरी साहू थी। ठगों ने त्रिवेणी को बताया कि वो लोग प्रधानमंत्री आवास का सर्वे करने आए हैं।आरोपियों ने त्रिवेणी साहू को कहा कि उनके पति का नाम प्रधानमंत्री आवास की लिस्ट में है। वो लोग मकान और उनकी फोटो खींचकर साइट पर टैग करेंगे। इसके बाद एक सप्ताह में उनके खाते में ढाई लाख रुपए आ जाएंगे। साथ ही उन्हें प्रधानमंत्री आवास भी मिल जाएगा। ठगों ने नाम-पता भरने के बाद जब फोटो खींचना शुरू किया, तो त्रिवेणी से कहा कि उनका मकान पक्का है, इसलिए उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा।

जब त्रिवेणी ने कहा कि कैसे होगा, तो ठगों ने कहा कि आप लोग गरीब दिखने के लिए अपने पहने हुए गहनों को निकाल दो। इसके बाद घर के किनारे की तरफ से फोटो खींचेंगे। इसके बाद त्रिवेणी ने अपने पहने हुए गहने निकाल दिए। इस दौरान उसकी बहू मलेश्वरी भी बाहर आई, तो ठगों ने कहा कि बहू की भी फोटो होगी, उसके भी गहने उतरवा दो। इसके बाद उन लोगों ने गहनों को पकड़ने की बात कहकर अपने हाथ में ले लिया।

गहने लेने के बाद आरोपी सास-बहू को खड़ा कर और पूरे घर का फोटो लेने लगे। उन्होंने घर के अंदर-बाहर और आंगन की फोटो खींची। वे धीरे से घर के किनारे खड़ी बाइक के पास पहुंचे और उसे स्टार्ट कर वहां से रफूचक्कर हो गए।

3 लाख रुपए का ले गए जेवर

पीड़ित पक्ष का कहना है उन लोगों ने अपने कान, गले और हाथ में पहने हुए सोने के जेवर निकालकर ठगों को दे दिए थे। गहने करीब 3 लाख रुपए के थे। सूचना मिलते ही नेवई थाना पुलिस मौके पर पहुंची। नेवई थाना प्रभारी का कहना है कि एक बुजुर्ग महिला के कान का टॉप्स ले जाने की शिकायत सामने आई है। पीएम आवास और 3 लाख रुपए वाली बात गलत है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।