स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर आयुक्त ने ली अधिकारी/कर्मचारियों की बैठक,प्रत्येक जोन व वार्ड के अनुसार निगरानी हेतु नियुक्त
दुर्ग/13 जुलाई। नगर पालिक निगम।स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 को लेकर नगर आयुक्त लोकेश चन्द्राकर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई.उन्होंने स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई।बैठक के समय उन्होंने कहा स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 समय पर पूरा करना सुनिश्चित करना सभी की अहम जिम्मेदारी है।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर द्वारा शाम को निगम अपने कक्ष में स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की तैयारी समीक्षा बैठक में आयुक्त ने कहा कि स्वच्छता एप के माध्यम से हर रोज बड़ी संख्या में शिकायत आ रही है।ऐसे स्थिति में सफाई दरोगा व सुपरवाइजर अपने-अपने वार्डों की शिकायतों को जल्द निदान करें। स्वच्छता को लेकर जागरूकता और सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने करेंगे।इसके बाद इन शिकायतों को समय पर निदान व सफाई कराने की जिम्मेदारी निगम स्वास्थ्य शाखा के कर्मचारियों व अधिकारियों को भी निभानी होगी।बैठक के दौरान स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए तय पाइंट टू पाइंट आयामों पर चर्चा की गई।बैठक में दिए गए निर्देश को भी आयुक्त ने बताया कि सफाई व्यवस्था को और अधिक कारगार बनाना है। इसी तरह सीटी व पीटी में बेहतर व्यवस्था, लोगों को स्वच्छता बनाए रखने के साथ सूखा व गीला कचरा अलग-अलग देने जागरूक करने, बल्क जनरेटरर्स को अपने ही संस्थान में गीला कचरा का उपयोग खाद् बनाने के लिए प्रेरित करने, स्वच्छता के लिए विभिन्न स्पर्धा के लिए बनाए गए संबंधित बातों पर चर्चा की गई। इस दौरान आयुक्त द्वारा दिए गए कार्यों व जिम्मेदारियों को समय पर पूरा करने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित किया गया।इसे समय पर पूरा करना सुनिश्चित करना सभी की अहम जिम्मेदारी है।उन्होंने सभी वार्डो के लिए अधिकारी नियुक्त किये,उन्होंने कहा कि अधिकृत अधिकारी अपने अपने वार्डो में किये जा रहें सफाई कार्यो का मॉनिटरिंग करेंगे।निर्धारित सफाई कर्मचारी नियमित उपस्थित होकर सफाई कर रहें है कि नहीं, उनका उपस्थित पंजी की जांच भी करेंगें।प्रत्येक जोन व वार्ड के अनुसार निगरानी हेतु नियुक्त,हर घर से 100 प्रतिशत कचरा कलेक्शन हो रहा है कि नहीं। घरो व दुकानों से गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग हो रहा है कि नहीं।समय अनुसार एकत्रित कचरा डम्फर के माध्यम से एस.एल.आर.एम. सेंटर में जा रहा है कि नहीं, इत्यादि कार्यों का मॉनिटरिंग करेगें। शहर क्षेत्र के दुकानों में प्लास्टिक प्रतिबंध से सम्बंधित जुर्माने की कार्यवाही,स्वच्छ सर्वेक्षण, स्टार रेटिंग, वॉटर प्लस के दस्तावेज बनाकर सम्बंधित पोर्टल पर अपलोड,ऑनलाईन सिटीजन फीडबैक कराना आदि करने की बात कही।