"देश राग" राष्ट्रीय नृत्य, संगीत सहित ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का रंगारंग समापन  नन्हे मुन्ने बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोहा गुरु, शिष्य सहित जजों का किया गया सम्मान

"देश राग" राष्ट्रीय नृत्य, संगीत सहित ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का रंगारंग समापन  नन्हे मुन्ने बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोहा गुरु, शिष्य सहित जजों का किया गया सम्मान

भिलाई। नृत्यधाम कला समिति द्वारा आयोजित नौ दिवसीय  "देश राग" ओपन राष्ट्रीय नृत्य, संगीत सहित ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का रंगारंग समापन सोमवार को हुआ। अंतिम दिन गुरु, शिष्य सहित सभी जजों का भी सम्मान किया गया।

कार्यक्रम के आयोजक नृत्य गुरु डॉ. राखी रॉय ने बताया कि सोमवार को आयोजन का अंतिम दिन था। आज प्रतिभागियों ने वेस्टन डांस, सितार वादन, फोक डांस, रविंद्र नृत्य, बाउल गान, नजरुल नृत्य, सेमी क्लासिकल की प्रस्तुति दी। नन्हे मुन्ने बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोहा। देश के अलग अलग राज्यों से पहुंची दूसरे कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को बांधे रखा। 

डॉ. राखी रॉय ने बताया कि एक समय ऐसा था जब बच्चों में शास्त्रीय संगीत और नृत्य के प्रति कम रुचि रखते मिलती थी। सभी डॉक्टर व इंजीनियर बनना चाहते थे। वर्तमान में शास्त्रीय संगीत और नृत्य के प्रति लोगों का झुकाव काफी बढ़ा है। इसका जीता जगता उदाहरण 13 से 21 अक्टूबर तक चले देश राग का है, जिसमें शास्त्रीय संगीत, वादन और नृत्य की प्रस्तुति देने देश के अलग अलग राज्यों से करीब 2000 प्रतिभागी बच्चे अपने गुरुओं के साथ दुर्ग - भिलाई पहुंचे थे।