प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ को एक महत्वपूर्ण उपहार दिया,बिलासपुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन और रायपुर में राज्य का पहला प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र स्थापित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ को एक महत्वपूर्ण उपहार दिया है। इस अवसर पर उन्होंने 290 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की। प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIMS) से वर्चुअल माध्यम के जरिए इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और बिलासपुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल सिम्स का उद्घाटन किया। साथ ही, उन्होंने रायपुर में केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (CRIYN) का शिलान्यास भी किया।बिलासपुर में 200 करोड़ रुपये की लागत से बना सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल सिम्स अब मरीजों के लिए तैयार है। इस अस्पताल में 240 बिस्तरों की सुविधा होगी। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जानकारी दी कि अस्पताल तीन चरणों में संचालित होगा। पहले चरण में ओपीडी सेवा शुरू की जाएगी, दूसरे चरण में वार्ड, आईसीसीयू, और डायलिसिस यूनिट चालू होंगे, जबकि तीसरे चरण में कैथ लैब, ओटी, और हार्ट एवं लंग मशीनें स्थापित की जाएंगी। चौथे चरण में यह अस्पताल पूरी तरह कार्यरत हो जाएगा। इस अस्पताल के शुरू होने से बिलासपुर और सरगुजा संभाग के मरीजों को अब रायपुर जाने की आवश्यकता नहीं होगी और उन्हें नजदीक में ही उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।रायपुर में राज्य का पहला प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र भी जल्द स्थापित होने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल कार्यक्रम में 100 बिस्तरों वाले केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान का शिलान्यास किया।स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि इस केंद्र के निर्माण के लिए 90 करोड़ रुपये की लागत निर्धारित की गई है और इसके लिए 10 एकड़ भूमि आयुष विभाग को सौंप दी गई है। यह संस्थान छत्तीसगढ़ में अपनी तरह का पहला योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र और अस्पताल होगा।