आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी विक्रेताओं का शुरू हुआ सत्यापन 

आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी विक्रेताओं का शुरू हुआ सत्यापन 

 भिलाई नगर। नगर निगम भिलाई के आकाशगंगा में थोक सब्जी विक्रेताओं को दुकान, चबूतरा, नीलामी की बड़ी दुकान आदि को व्यवस्थापित किया गया था। यह  सब्जी मंडी पावर हाउस से आकाशगंगा में स्थापित की गई थी। जब सब्जी मंडी छोटी पड़ रही थी, तब आकाशगंगा में लगभग 30 वर्ष पूर्व बसाया गया था । आकाशगंगा के थोक सब्जी विक्रेताओं द्वारा नगर निगम भिलाई को मासिक किराया नहीं जमा किया जा रहा है। ज्यादातर दुकान आपस में खरीदी बिक्री किए हैं, कुछ दुकान ऐसी हैं जहां पर कोई दूसरा व्यक्ति व्यापार कर रहा है। जबकि उसकी दुकान पर कोई और व्यक्ति व्यापार कर रहा है। सभी लोग एक दूसरे के स्थान पर बैठकर व्यापार कर रहे हैं।  अधिकांश व्यापारियों द्वारा अपनी क्षमता के अनुसार अपने सेड को बढ़ा लिया गया है। चबुतरे को घेर लिया गया है, जिसके कारण ट्रकों के आने जाने माल उतारने में एवं खरीदी बिक्री करने में परेशानी हो रही है । व्यापारी एक दूसरे की शिकायत भी कर रहे हैं। सभी का सत्यापन करने के लिए आयुक्त राजीव कुमार पांडेय के निर्देश पर संयुक्त टीम का गठन किया गया है। जिसमें राजस्व अधिकारी, भवन अधिकारी,  जोन  सहायक राजस्व अधिकारी के साथ कर्मचारियों का दल लगाया गया है। थोक सब्जी मंडी में जाकर बकायादारों को पैसा जमा करने के लिए नोटिस किया गया। इसके साथ ही अन्य दुकानों का सर्वे का काम शुरू हो गया है।  थोक सब्जी मंडी समिति के अध्यक्ष एवम वहां के व्यापारियों के मांग पर बुधवार के दिन 10 बजे सभी व्यापारी अपने-अपने दुकान का जो भी दस्तावेज है उसको लेकर आएंगे। नगर निगम की टीम जाकर उसकी जांच करेंगे कि इस दुकान पर कौन सा व्यापारी सामान बेच रहा है। इसका पूरा सत्यापन किया जाएगा जो लोग पैसा नहीं जमा किए हैं उनके ऊपर कारवाई की जाएगी। उस समय की आपसी सहमति के अनुसार चबूतरे का किराया मात्र ₹60 एवं विक्रेता नीलामी दुकान का किराया ₹250 महीना के लगभग है।  व्यापारी वहां  से लाखों का व्यापार कर रहे हैं। फिर भी अपना निर्धारित शुल्क जमा नहीं कर रहे हैं। नगर निगम वहां पूरी सुविधा प्रदान कर रहा है, रोज हजारों की भीड़ होती है। दूर-दूर से ट्रकों में माल आता है, वहीं से छोटे व्यापारी खरीद करके ले जाते हैं। शादी, जन्मोत्सव एवं अन्य अवसर पर आम आदमी भी वहां से सब्जी खरीदी करते हैं। सभी का सत्यापन करने के बाद उन्हें स्थापित किया जाएगा। आज सर्वे के दौरान सहायक राजस्व अधिकारी अजय शुक्ला, प्रसन्न तिवारी,  राजस्व विभाग से उन्मेष साहू, भवन अनुज्ञा शाखा से सिद्धार्थ साहू, इनाम सिंह कन्नौज, शशांक सिंह, नंदू सिन्हा, विवेक साहू, श्रीकांत यादव आदि अधिकारी कर्मचारी द्वारा सत्यापन किया जा रहा है।