बिलासपुर में सागौन लकड़ी की अवैध कटाई मामले में डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड समेत तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया

बिलासपुर में सागौन लकड़ी की अवैध कटाई मामले में डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड समेत तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया

बिलासपुर में सागौन लकड़ी की अवैध कटाई मामले में डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड समेत तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। पेड़ों की अवैध कटाई की जांच करने पूर्व मंत्री डॉ कृष्णमूर्ति बांधी खुद टेप लेकर जंगल पहुंचे थे। उन्होंने कटे हुए पेड़ों का मेजरमेंट लिया।बांधी के मुताबिक उन्होंने ही अधिकारियों को कॉल कर सोंठी और बिटकुला बीट में सागौन तस्करी की जानकारी दी थी। लेकिन, उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। नतीजा ये हुआ कि अफसरों के संरक्षण में तस्कर एक-एक कर करीब 40 पेड़ काटकर ले गए।दरअसल, सीपत के सोंठी और बिटकुला बीट के जंगल में करीब एक सप्ताह पहले बड़ी संख्या में सागौन पेड़ों की अवैध कटाई और तस्करी की शिकायत वन विभाग को मिली थी। विभाग को जानकारी मिली कि यहां से सागौन की लकड़ी काटकर जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा पहुंचाया जा रहा है। वहीं, तस्करी कई महीनों से की जा रही है।

 

स्थानीय लोगों ने की थी बांधी से शिकायत

 

तस्करों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर स्थानीय लोगों ने भाजपा नेता कृष्णमूर्ति बांधी से शिकायत की थी। जिसके बाद वो अपने समर्थकों के साथ जंगल पहुंच गए। यहां उन्होंने कटे हुए एक-एक पेड़ का मुआयना किया और टेप से उसकी गोलाई नापी।

 

बांधी के मुताबिक कुछ पेड़ सप्ताह भर पहले ही काटे गए हैं, जबकि कई पेड़ महज तीन से चार माह पहले काटे गए थे। उन्होंने जंगल के भीतर ट्रेक्टर ले जाकर पेड़ों की तस्करी करने का भी मुआयना किया।