वेल्डर निकला आईएसआई जासूस, कई दिनों से था एटीएस की नजर में
गाजियाबाद। कस्बा फरीदनगर निवासी वेल्डर रियाजुद्दीन को आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारतीय सेना की जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। रियाजुद्दीन लगभग 10 साल से पिलखुवा में रह रहा था। वेल्डर के बैंक खाते में पाकिस्तान के अलावा पंजाब से भी 70 लाख रुपये ट्रांसफर की गई थी। वेल्डर लंबे समय से सुरक्षा एजेंसी की रडार पर था। एटीएस ने 15 दिन पूर्व भी वेल्डर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इसके बाद एटीएस ने वेल्डर को छोड़ दिया था।
जानकारी के अनुसार एटीएस बीते 18 नवंबर को पिलुखवा पहुंची थी और वहां से रियाजुद्दीन का मोबाइल फोन ले गई। इसके बाद एटीएस ने 22 नवंबर को रियाजुद्दीन को नोएडा से उठा लिया। सुरक्षा एजेंसी को पता लगा कि रियाजुद्दीन के फरीदनगर स्थित कैनारा बैंक खाते में मार्च 2022 से अप्रैल 2023 तक 70 लाख रुपये आए है। रकम पाकिस्तान के अलावा पंजाब से भी ट्रांसफर की गई थी। रियाजुद्दीन की कैनरा बैंक के अलावा दो अन्य बैंकों में भी खातों की जानकारी लगी थी। खाते का संचालन बिहार के पश्चिमी चंपारण निवासी इजहारुल हुसैन कर रहा था। जांच में सामने आया था कि रियाजुद्दीन को लाखों रुपये खाते का किराया मिलता था।
उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है। टेरर फंडिंग के मामले में एटीएस ने गाजियाबाद और रामपुर से पकड़े गए जासूसों के नाम अमृत गिल और रियाजुद्दीन है।ये दोनो जासूस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भारत की खुफिया जानकारी भेजते थे और इसके बदले उन्हें मोटी से रकम प्राप्त होती थी। गिरफ्तार किए रियाजुद्दीन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस ने लखनऊ के गोमती नगर थाने में रियाजुद्दीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इस एफआईआर में बताया गया है कि रियाजुद्दीन आतंकी संगठन आइएसआई के लिए जासूसी करता था।। यह जासूस भारत के धार्मिक स्थल और सुरक्षा केंद्रों की लोकेशन की व अन्य जानकारी देने के काम में संलिप्त था। दूसरी ओर, रियाजुद्दीन के देशद्रोही कार्यकलापों में शामिल होने की जानकारी मिलने के बाद से कस्बा फरीदनगर के लोगों में सनसनी फैल गई है।