जीई फाउंडेशन ने बांटे कम्बल, ग्रामीणों ने खूब लगाए चौके-छक्के,एसएसबी के स्थापना दिवस पर खोड़गांव में हुए आयोजन में सक्रिय भागीदारी दी जीई फाउंडेशन ने 

जीई फाउंडेशन ने बांटे कम्बल, ग्रामीणों ने खूब लगाए चौके-छक्के,एसएसबी के स्थापना दिवस पर खोड़गांव में हुए आयोजन में सक्रिय भागीदारी दी जीई फाउंडेशन ने 

भिलाई। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का 62 वां स्थापना दिवस नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के खोड़गांव में मनाया गया। इस बहुआयामी आयोजन में इस्पात नगरी भिलाई के बहुद्देशीय सामाजिक संगठन गोल्डन एम्पथी (जीई) फाउंडेशन ने सक्रिय भागीदारी निभाई। जिसमें फाउंडेशन की ओर से ग्रामीणों के लिए मानवीय सहायतार्थ पहल की गई। वहीं खेलकूद में ग्रामीणों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और बच्चों ने उत्कृष्ट सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।
28वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, अंतागढ़ के अधीन सी.ओ.बी डी-समवाय, खोड़गांव में अरुण देवगम, कमांडेंट के कुशल नेतृत्व में जीई  फाउंडेशन के सहयोग से बहुआयामी सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जीई फाउंडेशन के प्रदीप पिल्लई  व संजय मिश्रा विशेष तौर पर शामिल हुए। आयोजन में शीतकालीन मौसम को दृष्टिगत रखते हुए आसपास के गांवों के जरूरतमंद ग्रामीणों को फाउंडेशन की ओर से कंबल का वितरण किया गया। इस मानवीय पहल ने ग्रामीणों को ठंड से राहत प्रदान करने के साथ-साथ उनके चेहरों पर सुरक्षा, अपनत्व एवं संतोष की मुस्कान बिखेर दी।
इसके उपरांत खेल, अनुशासन एवं युवा सहभागिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें ग्राम अंजरेल टीम, ग्राम सूप टीम, ग्राम परलभाट टीम तथा ग्राम खोड़गांव टीम ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। 
प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों को क्रिकेट से संबंधित खेल सामग्री, टी-शर्ट आदि वितरित की गईं। खेल भावना को सम्मान देते हुए ग्राम अंजरेल टीम को विजेता एवं ग्राम खोड़गांव टीम को उपविजेता घोषित करते हुए दोनों टीमों को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया गया, जिससे युवाओं में उत्साह, आत्मविश्वास एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। कार्यक्रम में एसएसबी के जवानों एवं शासकीय  हाईस्कूल खोड़गांव के  विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गईं। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया और कार्यक्रम को भावनात्मक ऊँचाई प्रदान की। इस संपूर्ण आयोजन को सफल बनाने में 28वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, अंतागढ़ एवं जीई फाउंडेशन भिलाई के प्रतिनिधि प्रदीप पिल्लई  व संजय मिश्रा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।