अंबेडकर अस्पताल में वेंटिलेटर सुधारने के दौरान लापरवाही में महिला मरीज की गई जान
- परिजनों का आरोप है, कि सूचना देने के तीन घंटे बाद तकनीशियन पहुंचा। तकनीशियन ने अनीता शर्मा के शरीर से वेंटिलेटर पाइप हटा दिया और साइड में मशीन को खिसका कर मरम्मत करने लगा। वेंटिलेटर हटने से अनीता शर्मा की तबीयत बिगड़ी और कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई।
रायपुर। राजधानी रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल में वेंटिलेटर सुधारने के दौरान लापरवाही में एक महिला मरीज की जान चली गई। इसका एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक तरफ तकनीशियन वेंटिलेटर की मरम्मत कर रहे थे तो वहीं पास में ही बेड पर मरीज से लिपट कर परिजन रोते रहे।मेकाहारा में हुई इस घटना के बाद इसकी शिकायत रायपुर कलेक्टर से भी गई है। कलेक्टर ने मामले में जांच कराने का आश्वासन शिकायतकर्ताओं को दिया है। भाठापारा में रहने वाले राजा तिवारी ने बताया कि उनकी रिश्तेदार अनीता शर्मा का अंबेडकर अस्पताल में इलाज कराने के लिए 25 जनवरी की सुबह 3 बजे भर्ती कराया गया था। अनिता शर्मा को हार्ट और थायराइड की परेशानी थी।25 जनवरी की शाम चार बजे अनीता शर्मा को एम-1 आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। यहां पर उनकी देख रेख में लगे अस्पताल स्टाफ ने 26 जनवरी को उनके परिजनों को एक इंजेक्शन बाहर से लाने के लिए कहा। जिस डॉक्टर ने इंजेक्शन लाने के लिए कहा था, उसने यह भी कहा था, कि इसे लगाए बिना इनकी तबीयत में सुधार नहीं हो सकता।परिजनों ने दो दिन तक लेवोथायरोक्सिन इंजेक्शन की तलाश की, लेकिन वो नहीं मिला। इसी बीच 28 जनवरी को मरीज अनीता शर्मा को लगाए वेंटिलेटर से गैस रिसाव होने लगा। परिजनों ने मौके पर मौजूद स्टाफ को इसकी सूचना दी और तकनीशियन को बुलाने के लिए कहा।वहीं अनीता शर्मा की मौत के मामले में हुई लापरवाही को लेकर डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल प्रबंधन ने मामले में जांच बिठाई है।