नई सरकार में आयात-निर्यात, टैक्स में बदलाव संभव अगर आप अभी नए मोबाइल हैंडसेट्स या नया लैपटाप लेने की सोच रहे है तो कुछ दिन ठहर जाइए
अगर आप अभी नए मोबाइल हैंडसेट्स या नया लैपटाप लेने की सोच रहे है तो कुछ दिन ठहर जाइए। मोबाइल व लैपटाप निमार्ता कंपनियों को भी नई सरकार के आने का इंतजार है। कारोबारी सूत्रों के अनुसार अब मोबाइल कंपनियों के नए हैंडसेट्स जून में ही आने की संभावना है।
मोबाइल कारोबारियों का कहना है कि बाजार में नए हैंडसेट्स, लैपटाप न आने के पीछे मुख्य कारण चुनावी सीजन है। चुनाव को देखते हुए ही कंपनियां अभी अपने नए माडल निकालने से पीछे हट रही है। कारोबारी सूत्रों का कहना है कि कंपनियों का भी यह मानना है कि नई सरकार के आते ही आयात-निर्यात, टैक्स के साथ ही अन्य बहुत से नियमों में बदलाव होने वाला है।इस संभावित बदलाव को देखते हुए ही अभी कंपनियां अपने नए माडल निकालने से पीछे हट रही। बताया जा रहा है कि पिछले महीने 15 मार्च के समय ही सैमसंग, रेडमी, वीवो सहित कुछ कंपनियों ने अपने नए माडल लांच किए थे। अब मई अंत तक नए माडल आने की संभावना नहीं है।
नेट पैक का कारोबार बढ़ा
इन दिनों भले ही मोबाइल हैंडसेट की बिक्री का कारोबार थोड़ा गिरा हुआ है,लेकिन नेट पैक कारोबार में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। मोबाइल कंपनियों द्वारा विद्यार्थियों के साथ ही आम उपभोक्ताओं और कारोबारियों की बढ़ती नेट आवश्यकता का ध्यान रखते हुए आकर्षक पैकेज नेट पैक के आफर दे रही है। बताया जा रहा है कि पिछले वर्षों की तुलना में इसमें 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। इन दिनों कारोबार सेक्टर के साथ ही आम उपभोक्ताओं के घरों में भी वाई फाई कनेक्शन आवश्यक रूप से हो रहा है।
मोबाइल बाजार में गिरावट
कारोबारियों का कहना है कि मोबाइल बाजार में इन दिनों गिरावट बना हुआ है। चुनावी सीजन का असर कारोबार पर स्पष्ट रूप से दिख रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष लगभग 20 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई है। कारोबारी जितेंद्र माखीजा ने बताया कि कारोबार की रफ्तार काफी कम बनी हुई है। साथ ही नए हैंडसेट्स भी अभी नहीं आ रहे है।