भिलाई में कर्ज़ के बोझ और मानसिक तनाव के चलते मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला युवक ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली

भिलाई में कर्ज़ के बोझ और मानसिक तनाव के चलते  मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला युवक ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली

भिलाई। भिलाई के सुपेला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रविदास नगर में  घटना सामने आई है। 45 वर्षीय माधो दलाई, जो मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला था, ने कर्ज़ के बोझ और मानसिक तनाव के चलते फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। माधो पिछले कई सालों से भिलाई में एक होटल में रसोइया के रूप में काम कर रहा था और अकेले ही किराये के मकान में रह रहा था।सुपेला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, माधो शराब की लत का शिकार था और इसी वजह से उसने लोगों से काफी कर्ज़ ले रखा था। कर्ज़दारों का रोज़ाना का दबाव और उनके लगातार तगादे ने उसकी मानसिक स्थिति को और भी बिगाड़ दिया था। रविवार की दोपहर, जब माधो अपने काम से लौटकर घर आया, तो उसने फांसी का फंदा बनाकर अपनी जान दे दी। शाम करीब 6 बजे मकान मालिक ने उसे फंदे पर लटका हुआ देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा और लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, सुपेला में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।माधो के जीवन में सिर्फ कर्ज़ का ही बोझ नहीं था, बल्कि पारिवारिक तनाव भी उसे अंदर से तोड़ रहे थे। पहली पत्नी की मौत के बाद, उसकी ज़िंदगी में अकेलेपन ने दस्तक दी थी। उसकी पहली शादी से एक बेटी और एक बेटा था। बेटी की शादी हो चुकी थी, लेकिन दूसरी शादी में भी उसे सुकून नहीं मिला। दूसरी पत्नी से उसे एक बेटी है जिसके साथ उसके संबंध तनावपूर्ण थे, और वह आंध्र प्रदेश में रह रही थी। हाल ही मेंसुपेला पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। उन्होंने सभी संभावित कारणों और परिस्थितियों की पड़ताल शुरू कर दी है, ताकि इस दुखद घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके। फोन पर हुए झगड़े ने माधो को और भी विचलित कर दिया था।