रायपुर संभाग में 2020-21 के दौरान नेत्र सहायकों के पदों पर की गई विभागीय पदोन्नति की जांच शुरू कर दी
स्वास्थ्य विभाग ने रायपुर संभाग में 2020-21 के दौरान नेत्र सहायकों के पदों पर की गई विभागीय पदोन्नति की जांच शुरू कर दी है। पदोन्नति में धांधली से जुड़े सबूत जुटाए जा रहे हैं। विभागीय पदोन्नति जिन्हें दी गई है उनकी ट्रेनिंग के सर्टिफिकेट की भी जांच की जा रही है।उन्होंने जिन संस्थानों का सर्टिफिकेट जमा किया है, वह मान्यता प्राप्त है या नहीं? इसका परीक्षण किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने जिन संस्थानों के सर्टिफिकेट जमा किए हैं उनकी मान्यता जांच के घेरे में है। इतना ही नहीं सीधी भर्ती के पदों को विभागीय पदोन्नति देकर भरा गया है। इसकी भी जांच की जा रही है। भास्कर ने पहले ही खुलासा किया था कि 32 नेत्र सहायकों में 5 ने तो 15 महीने में ही कोर्स पूरा कर सर्टिफिकेट जमा किया है, जबकि इसका न्यूनतम कोर्स 2 साल का है। चूंकि नेत्र सहायकों के प्रमोशन की प्रक्रिया निर्धारित समय के लिए थी, इस वजह से 5 कर्मचारियों को अधूरी ट्रेनिंग में ही पदोन्नति दे दी गई है।