रेलवे का सिस्टम नहीं बदला: अचानक कभी भी ट्रेनों को कैंसिल किया जा रहा,29 अगस्त तक 371 गाड़ियों को रद्द किया गया

रेलवे का सिस्टम नहीं बदला: अचानक कभी भी ट्रेनों को कैंसिल किया जा रहा,29 अगस्त तक 371 गाड़ियों को रद्द किया गया

त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। ज्यादातर ट्रेनों में भीड़ चल रही है। मुंबई, उत्तर-भारत और हावड़ा जाने वाली ट्रेनें। किसी को गणेश पूजा में तो किसी तीज पर, किसी को दुर्गोत्सव तो किसी को दीवाली पर अपने घर जाना है। ज्यादातर लोगों ने अभी से रिजर्वेशन करवा लिए हैं, लेकिन रेलवे का सिस्टम नहीं बदला है। अचानक कभी भी ट्रेनों को कैंसिल किया जा रहा है। 29 अगस्त तक 371 गाड़ियों को रद्द किया गया था।इतनी बड़ी संख्या में ट्रेनें कैंसिल होने से पांच लाख 93 हजार यात्री प्रभावित हुए। उन्हें अपनी यात्रा कैंसिल करनी पड़ी। अब शुक्रवार को फिर अचानक 18 गाड़ियां कैंसिल करने की घोषणा की गई। लोग तीन-तीन महीने पहले सीटें बुक करवाते हैं इसके बावजूद कई बार तो रेलवे 24 घंटे पहले ही लोगों के मोबाइल पर गाड़ी रद्द करने की सूचना भेजकर खानापूर्ति कर रहा है।त्यहारी सीजन में रेलवे को जहां स्पेशल ट्रेन चलानी चाहिए वहां रेलवे रायपुर, बिलासपुर से होकर जाने वाली ट्रेनों को अचानक रद्द कर दिया है। शुक्रवार को 18 ट्रेनें कैंसिल किए जाने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि खरसिया-रायगढ़ के बीच भूपदेवपुर रेलवे स्टेशन को चौथी लाइन से जोड़ा जाएगा। इस वजह से सितंबर में 18 एक्सप्रेस ट्रेनों का अलग-अलग तारीख में परिचालन नहीं किया जाएगा। इसी तरह कई बार रेलवे विद्युतीकरण के नाम पर ट्रेनों को रद्द कर रहा है। यात्रियों के लिए दूसरा विकल्प भी उपलब्ध नहीं कराया जाता। इस वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। एक माह में रेलवे ने अलग-अलग दिनों में करीब 370 एक्सप्रेस और लोकल ट्रेनों को रद्द किया है। इसमें एक्सप्रेस और मेल से करीब 5 लाख 93 हजार यात्रियों की यात्रा कैंसिल हुई है। वहीं दूसरी तरफ रोजाना रायपुर आने वाली आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें घंटों देरी से आ रही हैं। रेलवे के इस कारनामे से ट्रेन से सफर करने वाले यात्री अब रेलवे को कोसते नजर आ रहे हैं। वहीं रेलवे के अफसरों के मुताबिक अलग-अलग मंडलों में तीसरी-चौथी लाइन और ऑटो मैटिक सिग्नलिंग का काम हो रहा है। इस कारण ट्रेनें रद्द हो रही हैं।रेलवे ने स्टेशन से बूम बैरियर हटा दिया गया है। यात्री अब किसी भी रास्ते से आ जा रहे हैं। रेलवे ने पार्किंग का ठेका पहले ही निरस्त कर दिया था। गुरुवार को पार्किंग का ऑनलाइन सिस्टम से नया ठेका भी दे दिया गया है। इसमें तीन कंपनियों ने भाग लिया था। इसमें सबसे ज्यादा 4 करोड़ 99 लाख 55 हजार बोली लगाने वाली यश कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर को तीन साल के लिए टेंडर दे दिया गया है। नई एजेंसी पार्किंग का जिम्मा 16 सितंबर से संभालेगी। ठेका एजेंसी पार्किंग में खड़ी होने वाली गाड़ियों के ही शुल्क लेगी। यात्री यदि पार्किंग के बाहर गाड़ी खड़ी करते हैं तो उनके खिलाफ आरपीएफ कार्रवाई करेगी।रेलवे पिछले दो साल से ट्रेनें लगातार रद्द कर रहा है। इस संबंध में रेलवे के अफसरों का कहना है कि देशभर के अलग-अलग मंडलों में तीसरी और चौथी लाइन का काम हो रहा है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में एक तरफ जहां तीसरी और चौथी लाइन का काम चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ आटोमैटिक सिग्नलिंग का काम हो रहा है। इस कारण ट्रेनें रद्द करनी पड़ रही है।