सहकारी बैंक दुर्ग की ऋण समिति की बैठक में 6.78 करोड़ ऋण स्वीकृत

सहकारी बैंक दुर्ग की ऋण समिति की बैठक में 6.78 करोड़ ऋण स्वीकृत

दुर्ग, 07 अक्टूबर 2024/ कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी एवं प्राधिकृत अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग की अध्यक्षता में आज सहकारी केंद्रीय बैंक में ऋण उप समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संचालक सदस्य सुश्री अंशु गोयल, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड, श्री अवधेश मिश्रा उप पंजीयक सहकारी संस्थाएँ दुर्ग, उप संचालक कृषि एवं सचिव के रूप में श्री श्रीकांत चन्द्राकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में बैंक के कार्यक्षेत्र जिला दुर्ग, बालोद, बेमेतरा के अंतर्गत 311 सहकारी समिति से संबंधित कृषकों का फसल ऋण के साथ-साथ उद्यानिकी प्रकरणों में 40 कृषकों को 66. 09 लाख रु. ऋण स्वीकृत हुआ, गौपालन के 118 नवीन ऋण प्रकरणों में 225.67 लाख ऋण की स्वीकृति एवं नवीनीकरण के अंतर्गत 158 प्रकरणों में 262.65 लाख ऋण की स्वीकृति दी गई, मत्स्य पालक कृषकों के 5 प्रकरणों में 6.75 लाख की ऋण स्वीकृति एवं नवीनीकरण के अंतर्गत 6 प्रकरणों में 9.83 लाख की स्वीकृति दी गई। किसान क्रेडिट कार्ड ऋण योजनांतर्गत बकरी पालन के लिए 4 नवीन प्रकरणों में 7.46 लाख एवं नवीनीकरण के तहत 4 प्रकरणों में 6.49 लाख की स्वीकृति दी गई। कुक्कुट पालन हेतु 01 नवीन प्रकरण में 3.00 लाख की स्वीकृति दी गई। मध्यकालीन नार्मल ऋण योजनांतर्गत तारफेंसिंग एवं स्प्रींकलर सेट हेतु 01 प्रकरण में 1.41 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई।
अकृषि ऋण के तहत मध्यकालीन व्यक्तिगत ऋण हेतु 09 प्रकरणों में 59.50 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई इसी प्रकार स्वयं सहायता समूहों को 07 प्रकरणों में 9.00 लाख की ऋण स्वीकृत किया गया। स्वीकृति प्रदान की गई। राष्ट्रीय आजीवका मिशन के तहत 5 प्रकरणों में 9.50 लाख की कृषकों हेतु संचालित गोल्डन क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 2 प्रकरणों में 10.00 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई। संस्थागत बैंक कर्मचारियों हेतु दोपहिया ऋण योजनांतर्गत 1 कर्मचारी को 0.79 लाख की पुष्टि किया गया। इस प्रकार ऋण’उप समिति की बैठक में कुल 361 प्रकरणों में 6.78 करोड़ की ऋण स्वीकृति एवं पुष्टि किया गया।
      कलेक्टर एवं प्राधिकृत अधिकारी ने बैंक के माध्यम से ऋणनीति अनुसार उप संचालक कृषि /उद्यानिकी/पशुपालन/मत्स्य विभाग के विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कृषकों के मध्य करने हेतु निर्देश दिए गए, ताकि बैंक के माध्यम से इन योजनाओं में अधिकाधिक कृषक लाभान्वित हो। बैठक में सुश्री कुसुम ठाकुर अतिरिक्त मुख्य पर्यवेक्षक उपस्थित थी।