छत्तीसगढ़ में राशनकार्ड धारकों के लिए अहम खबर:छत्तीसगढ़ में 4 लाख से अधिक राशनकार्ड होंगे ब्लॉक: 31 अक्टूबर तक सत्यापन नहीं करवाने वालो को नवम्बर में नहीं मिलेगा राशन
छत्तीसगढ़ में राशनकार्ड धारकों के लिए अहम खबर सामने आई है। राज्य में लगभग 4 लाख 11 हजार राशनकार्डधारी रहस्यमय तरीके से लापता हैं, जिनमें अकेले राजधानी रायपुर से 62 हजार से अधिक लोग शामिल हैं। खाद्य विभाग ने चेतावनी दी है कि 31 अक्टूबर तक यदि ये कार्डधारी अपना सत्यापन नहीं कराते, तो उनका राशनकार्ड ब्लॉक कर दिया जाएगा और इसके बाद उन्हें सरकारी अनाज नहीं मिल सकेगा।मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खाद्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, रायपुर में कुल 6 लाख 1 हजार 735 राशनकार्डधारी हैं, जिनमें से 62 हजार 966 कार्डधारी अब तक सत्यापन कराने नहीं पहुंचे हैं। प्रदेश में आठ महीनों से चल रहे सत्यापन अभियान में 4 लाख से अधिक कार्डधारियों ने बार-बार की गई अपीलों के बावजूद सत्यापन नहीं कराया है। राज्य भर में अब तक 94.69% राशनकार्डों का सत्यापन हो चुका है, जबकि रायपुर में यह संख्या 89.45% पर है। सत्यापन की तिथि को पांच बार बढ़ाने के बावजूद अनेक कार्डधारियों ने इसमें भाग नहीं लिया, जिससे उन्हें अपात्र मानते हुए उनके कार्ड को ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।खाद्य विभाग की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि अब अंतिम तिथि को बढ़ाया नहीं जाएगा। जो कार्डधारी राशन लेने आएंगे, उनसे सत्यापन कराने के लिए कहा जाएगा। विभाग को आशंका है कि सत्यापन न कराने वाले ये कार्ड बोगस हो सकते हैं। यदि एक बार कार्ड ब्लॉक हो गया, तो बिना सत्यापन के राशनकार्ड को फिर से शुरू नहीं किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में सत्यापन की रफ्तार अपेक्षाकृत धीमी है, जहां 79.19% लोगों ने आवेदन जमा किए हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में 93% से अधिक कार्डधारियों का सत्यापन हो चुका है। प्रचार-प्रसार, मुनादी और जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद लाखों परिवारों ने अब तक नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया है। प्रदेश में कुल 76 लाख 83 हजार 426 राशनकार्डधारी हैं, जिनमें से 71 लाख 1 हजार 332 कार्डों का प्रिंटिंग कार्य पूरा हो चुका है। राशन दुकानों और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सत्यापन प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाया गया है, वहीं नए राशनकार्ड का वितरण नगरीय निकायों के माध्यम से किया जा रहा है।