हर किसी का सपना होता है अपना घर हो, प्रधानमंत्री आवास योजना ने किया साकार

हर किसी का सपना होता है अपना घर हो, प्रधानमंत्री आवास योजना ने किया साकार

दुर्ग। प्रधानमंत्री आवास योजना जिले के हजारों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। चुनूलाल जैसे हजारों लाभार्थी परिवारों को पक्के मकान मिलने से न केवल उनके सामाजिक और आर्थिक स्थिरता प्रदान हुई है, बल्कि लोगों के आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है। यह कहानी दुर्ग जिले के ग्राम मचान्दुर के निवासी चुनूलाल की है, जिन्होंने इस योजना के तहत पक्का मकान पाकर अपने और अपने परिवार के सपनों को साकार होते हुए देखा।
अपनी परिस्थिति और पारिवारिक पृष्ठभूमि के संबंध में चुनूलाल ने बताया कि वह एक दिहाड़ी मजदूर है। घर की चार दिवारे मिट्टी और छत खपरे की होने के कारण हर साल बारिश में टपकता था। बच्चों की पढ़ाई और परिवार की सुरक्षा के लिए मैं बहुत चिंतित रहता था। हमारा जीवन असुरक्षित था और हर दिन एक नई चुनौती लेकर आता था। जब प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की जानकारी मिली तो मैंने ग्राम पंचायत से संपर्क किया। पंचायत और जनपद पंचायत दुर्ग के अधिकारियों ने मुझे योजना के बारे में समझाया और आवेदन की प्रक्रिया में मदद की। जब मेरा नाम लाभार्थियों की सूची में आया तो मुझे 1.20 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई। इस राशि से मैंने पक्का मकान बनाया। आज मेरे पास एक मजबूत छत है, जिसमें शौचालय, बिजली, और पानी की सुविधाएं भी हैं। मेरा परिवार अब सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं। मेरे बच्चे अब बीना किसी डर के पढ़ाई कर सकते हैं। यह मकान केवल ईंट और सीमेंट का ढांचा नहीं है, यह हमारी जिंदगी में स्थिरता, सुरक्षा और खुशी का प्रतीक है। मुझे गर्व है कि अब मेरा परिवार एक ऐसे घर में रहता है, जिसे हम अपना घर कह सकते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना जिले के ग्रामीण परिवारों के जीवन में एक नई खुशियों की सौगात दी है। यह योजना गरीबी और असुरक्षा से जूझ रहे परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है।