ग्राम कुथरेल  में  चंद्राकर कुर्मी  समाज एवं ग्रामवासियों के द्वारा शिवाजी महाराज की जयंती धूम धाम से मनाया गया

ग्राम कुथरेल  में  चंद्राकर कुर्मी  समाज एवं ग्रामवासियों के द्वारा शिवाजी महाराज की जयंती धूम धाम से मनाया गया


 

दुर्ग। दुर्ग ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कुथरेल -  में  चंद्राकर कुर्मी समाज एवं ग्रामवासियों के द्वारा आयोजित हिन्दू हृदय सम्राट धर्म रक्षक छत्रपति शिवाजी महाराज जी के जन्म जयंती  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री विजय बघेल  (सांसद दुर्ग लोक सभा), (केन्द्रीय अध्यक्ष-सर्व कुर्मी समाज) अध्यक्षता ललित चन्द्राकर जी (विधायक दुर्ग ग्रामीण) (उपाध्यक्ष-राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछडा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण)
विशेष अतिथि प्रतिमा चन्द्राकर जी (पूर्व-विधायक दुर्ग ग्रामीण) श्री अश्वनी चन्द्राकर जी (पूर्व केन्द्रीय अध्यक्ष चन्द्रनाहु कुर्मी क्षत्रिय समाज छ.ग.) योगिता चन्द्राकर जी केन्द्रीय अध्यक्ष-महिला प्रकोष्ठ चन्द्रनाहु कुर्मी क्षत्रिय समाज छ.ग. पुष्पेन्द्र चन्द्राकर  केन्द्रीय अध्यक्ष-युवा प्रकोष्ठ चन्द्रनाहु कुर्मी क्षत्रिय समाज छ.ग.,सम्मिलित  होकर विधिवत पूजा अर्चना किया और पुष्पांजलि अर्पित कर हृदय से नमन किया और उनके  द्वारा किए गए देश के लिए योगदान को याद किया ।और सभी क्षेत्र वासीयो को इस पवन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित किया।
*इस अवसर समाज के छोटे छोटे बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नारीशक्ति द्वारा सुवा नृत्य, ग्रामीण खेल खुद, कुर्सी दौड़,गोली चम्मच, मटका फोड,का आयोजन किया गया प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया साथ ही समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया* 


*दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा* कि वीर शिवाजी महाराज केवल एक योद्धा ही नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी शासक, उत्कृष्ट रणनीतिकार और कुशल प्रशासक भी थे। उन्होंने अपनी नीतियों, अनुशासित सेना और संगठित प्रशासनिक व्यवस्था के माध्यम से शक्तिशाली और आत्मनिर्भर राज्य की नींव रखी।
आगे श्री  चंद्राकर ने कहा कि हिंद स्वराज की परिकल्पना करने वाले महान राष्ट्र भक्ति की प्रेरणा,छत्रपति शिवाजी महाराज का शौर्य एवं राष्ट्रप्रेम आज भी अनगिनत लोगों को प्रेरित करता है। उन्होंने अपने दृढ़ संकल्प और सूझबूझ से विपरीत परिस्थितियों में भी अद्वितीय विजय प्राप्त की। उनकी रणनीति, सुशासन और लोकहितकारी नीतियाँ सदियों तक प्रेरणा स्रोत बनी रहेंगी। छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन साहस, संकल्प और आत्मसम्मान का प्रतीक है। उनकी अमर गाथा भारत के युवाओं में राष्ट्रप्रेम और अदम्य उत्साह की भावना जागृत करती रहेगी।
शिवाजी महाराज के जीवन से हमें राष्ट्र के लिए कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।ऐसे राष्ट्र पुरुषों के कारण भारत की संस्कृति और धरोहर संरक्षित और सुरक्षित रहे हैं।
*इस अवसर पर प्रमुख रूप से*
  आशा विक्की मिश्रा जी (सदस्य-जिला पंचायत दुर्ग), लोमश (रिंकू) चन्द्राकर  (सदस्य-जनपद पंचायत दुर्ग)प्रदीप चन्द्राकर  (अध्यक्ष-चन्द्रनाहु कुर्मी क्षत्रिय समाज दुर्ग राज) दीनानाथ चन्द्राकर जी (अध्यक्ष-चन्द्रनाडु कुर्मी क्षत्रिय समाज उपक्षेत्र अंडा)  प‌द्माकर चन्द्राकर (अध्यक्ष- चन्द्रनाडु कुर्मी क्षत्रिय समाज व्यापारी प्रकोष्ठ दुर्ग राज) ऊषा चन्द्राकर  (पूर्व केन्द्रीय महिला अध्यक्ष चन्द्रनाडु कुर्मी क्षत्रिय समाज छ.ग.) राजश्री (प्रेरणा) चन्द्राकर  (पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत कुथरेल) गीता गजपाल  (सरपंच-ग्राम पंचायत कुथरेल) महेन्द्र चन्द्राकर  (अध्यक्ष-सेवा सहकारी समिति मर्या. कुथरेल) गंगाराम चन्द्राकर अध्यक्ष श्री रमेश चन्द्राकर पुष्पेन्द्र चन्द्राकर उपाध्यक्ष श्री नागेन्द्र चन्द्राकर कोषाध्यक्ष कुंदन चंद्राकर, अजीत चंद्राकर,एवं समस्त ग्रामीण चन्द्राकर अध्यक्ष गंगाराम चंद्राकर, उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र चंद्राकर,रमेश चंद्राकर,नागेंद्र चंद्राकर,अश्वनी चंद्राकर,योगिता चंद्राकर,लोमश रिंकू चंद्राकर, प्रदीप चंद्राकर,दीनानाथ चंद्राकर,पदमाकार चंद्राकर,उषा चंद्राकर,श्रीमती राजश्री चंद्राकर, महेंद्र चंद्राकर एवं समस्त ग्रामीण चन्द्राकर समाज एवं ग्रामवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।