आधुनिक समाज में प्राकृतिक चिकित्सा योग बिना किसी दवाई के बीमार शरीर का इलाज के लिए प्रासंगिक है --- रूप नारायण सिंन्हा

इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में आस्था बहुउद्देशी परिसर वृद्ध आश्रम सेक्टर 2 भिलाई में एकदिवासी प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग शिविर वृद्धावस्था में वृद्धि जनों की देखभाल जीवन शैली को लेकर आयोजित किया गया उक्त आशा की जानकारी इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन छत्तीसगढ़ के कन्वीनर एवं आयोजन के संयोजक मनोज ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार आयुष मंत्रालय राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान के सहयोग से एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष आई एन ओ आनंद बिरादर जी के मार्गदर्शन में पूरे भारतवर्ष के सभी राज्यों में वृद्धावस्था में वृद्ध लोगों की देखभाल कैसे की जानी चाहिए इस विषय को लेकर एक कार्यक्रम बना जिसका नाम है वृद्धावस्था में देखभाल प्राकृतिक चिकित्सा योग द्वारा इस अवसर पर प्रातः 9:30 बजे से लेकर 10:30 बजे तक सभी आगंतुक वृद्ध जनों जिनकी उम्र 60 वर्ष से ऊपर है और वृद्ध आश्रम में निवासरत महिला पुरुष वृद्धि जनों का पंजीयन कर उनके स्वास्थ्य की जांच की गई जिसमें ब्लड प्रेशर शुगर ऑक्सीजन के अलावा उनका वजन एवं अन्य रोगो की जांच डॉ मोहन गायकी की आदित्य टंडन द्वारा की गई तत्पश्चात आयोजन के अतिथि गन की गरिमा में उपस्थिति में आयोजन का उद्घाटन गायत्री मंत्र उपचार शंख ध्वनि के साथ दीप प्रज्वलित छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष रूपनारायण सिंह श्रीमती रजनी विजय सांसद धर्मपत्नी प्रसिद्ध उद्यमी संरक्षक आईएनवो छत्तीसगढ़ उमेश चितलांगिया डॉ सी एल सोनवानी डॉ उदयभान चौहान द्वारा किया गया किया
इस अवसर पर
प्रसिद्ध चिकित्सक आध्यात्मिक क्षेत्र में कार्यरत डॉक्टर अंजिता चौहान द्वारा बापूजी पटेल गुजरात द्वारा परम शक्ति की एक ( मल्टीवर्स में जीवन, हमारा अस्तित्व) पर आधारित पुस्तक का विमोचन मुख्य अतिथि की उपस्थिति में किया गया तत्पश्चात सभी उपस्थित 178 पंजीबद जो 60 वर्ष से ऊपर के वृद्ध जनों को प्रसिद्ध एक्यूप्रेशर थैरेपिस्ट के विशेषज्ञ आलोक सिन्हा, एवं प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय नाड़ी वैद्य डॉ गणेश पांडे, के साथ-साथ वरिष्ठ योग थैरेपिस्ट श्रीमती ममता साहू द्वारा विभिन्न आयामों में विभिन्न चरणों में वृद्धावस्था में अपने जीवन शैली पर किस प्रकार के योगासन करनी चाहिए और किस प्रकार की दैनिक जीवन पद्धति को अपने जीवन में उतारना चाहिए यह संबंध में पूरी जानकारी दी इस अवसर पर प्रसिद्ध प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ निर्मल गुप्ता ने वृद्ध होने के बाद आंखों में जो कालापन आता है मोतियाबिंद हो जाता है अनेक आंखों की बीमारियों से वृद्धि व्यक्ति परेशान रहता है उससे निजात पाने के लिए उन्होंने आईबाल, के माध्यम से आंखों को कैसे शीतल रखना है इसके उपचार की जानकारी दी और भौतिक रूप से प्रयोग करके भी दिखाया इसी प्रकार डॉ प्रमोद नामदेव जी ने जो नेचुरोपैथी के विशेषज्ञ है उन्होंने ठंडी पट्टी गर्म पट्टी एनीमा के अलावा सूर्य स्नान काली वह मुल्तानी मिट्टी से किस प्रकार की चिकित्सा की जाती है इस संबंध में जानकारी दी एवं नेचुरोपैथीस्ट आदित्य टंडन ने वृद्धावस्था में फिजाओ थेरेपी मसाज के माध्यम से शरीर को किस प्रकार से आराम मिलता है उसे संबंध में सभी क्रिया करके बताई इस अवसर पर प्राकृतिक पद्धति से तैयार किए गए फ्रूट फल के मिक्स एवं टमाटर लौकी गाजर चुकंदर के सूप को वृद्धि दोनों को पिलाया गया इस अवसर पर मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिंन्हा एवं आयोजन की अध्यक्षता कर रही श्रीमती रजनी विजय बघेल को को आयोजन की संयोजक मनोज ठाकरे द्वारा शाल श्रीफल प्रतीक चिन्ह देखकर सम्मानित किया इस अवसर पर श्रीमती रजनी विजय बघेल जी ने अपने कुछ भजन में कहा भाग दौड़ की जिंदगी में हमें अपने स्वास्थ्य को लेकर सजक रहना चाहिए वृद्धावस्था में जो दिया बीमारी की होती है उसे प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से योग के माध्यम से ठीक किया जा सकता है यह पद्धति सबसे प्राचीन एवं शक्ति पढ़ती है इस अवसर पर आई एन ओ के स्टेट कन्वीनर डॉ सी एल सोनवानी योग के महत्व को विभिन्न आसनों के माध्यम से करके दिखाकर उनके लाभ के बारे में जानकारी दी सर्व समाज महासभा के संरक्षक डॉ उदयभान चौहान जी ने भी इस अवसर पर कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति एवं योग चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे सबसे प्राचीन बीमारी पर कारगर इलाज की पढ़ती है आयोजन के समापन के पूर्व छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिंह जी ने अपने उद्बोधन में कहा यह शरीर पंचतत्व से बना है जिसका इलाज इस प्रकृति के पास है धूप मिट्टी पानी हवा के माध्यम से प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से प्राकृतिक इलाज का अर्थ है व्यक्ति के जीवन में निखार आना और स्वास्थ्य के नियमों का पालन करना जो व्यक्ति प्रकृतिक चिकित्सा को अपनाते हैं वह कभी विवाद नहीं होता है वह व्यक्ति खुद के प्रयास से शरीर के भीतर में दूषित तत्वों को बाहर निकलता है प्राकृतिक चिकित्सा मानव जीवन के भौतिक नैतिक आध्यात्मिक पक्ष को संतुलित बनाने की एक चिकित्सा पद्धति है वर्तमान समय में भारतीय समाज में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जीवनचार्य में हो रहे बदलाव गलत खानपान रहन-सहन एवं विभिन्न प्रकार के मानसिक दबाव के कारण मनुष्य नित्य ही नए रोगों को आमंत्रित कर रहा है आज आधुनिक समाज में प्राकृतिक चिकित्सा योग बिना किसी दवाई के बीमार शरीर का इलाज के लिए प्रासंगिक है हमें अपने जीवन में नेचुरोपैथी एवं योग अपना नहीं की आवश्यकता है भारत सरकार आयुष मंत्रालय इस क्षेत्र में भारतवासियों के लिए विभिन्न,,आयामो,में प्राकृतिक चिकित्सकों के सहयोग से शिविर के माध्यम से स्वस्थ भारत का निर्माण की ओर अग्रसर हैअपनी सेवाएं दे रहे हैं शिविर के आयोजन का संचालन सुश्री नीति चौरसिया ने किया इस अवसर पर डॉ सी एल सोनवानी एवं डॉ उदयभान जी को प्रतीक चिन्ह देख कर सम्मानित किया गया आयोजन के समापन पर आभार व्यक्त मनोज ठाकरे द्वारा किया गया इस आयोजन में किशोर कन्नोजे, प्रशांत क्षीरसागर प्रकाश गेडाम, मनोज मेश्राम श्रीमती शोभा मेश्राम का सहयोग रहा
इस अवसर पर मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिंन्हा, श्रीमती रजनी विजय बघेल सांसद धर्मपत्नी, उमेश चितलांगिया उद्यमी दुर्ग, के अलावा डॉ उदयभान चौहान डॉ सोनवानी डॉअमित वासनिक डॉ सरला बाघे डॉ प्रमोद नामदेव मनोज ठाकरे डॉ निर्मल गुप्ता डॉ गणेश पांडे आलोक सिन्हा आदित्य टंडन ममता साहू आचार्य शशि भूषण मोहंती रवि सोनी, पटेलविनोद राय प्यार स्वर्णकार मोहन गायकी दो अंजिता चौहान डॉ लक्ष्यप्रद, श्रीमान कृष्णा, डॉ अनीता धानेश्वर के अलावा विभिन्न धार्मिक सामाजिक संगठनों के सदस्य एवं 175 वृद्ध जनों इस सिविल का लाभ लिया।