मुठभेड़ में मारा गया एक करोड़ का इनामी नक्सली विवेक, जानें कौन था ये मोस्ट वांटेड Naxalite?

मुठभेड़ में मारा गया एक करोड़ का इनामी नक्सली विवेक, जानें कौन था ये मोस्ट वांटेड Naxalite?

नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को अभियान लगातार चल रहा है. पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक करोड़ रुपये का इनामी नक्सली मारा गया है.

इसकी जानकारी गृहमंत्री कार्यालय ने दी है. दरअसल ये मुठभेड़ 21 अप्रैल को झारखंड के बोकारो में हुई थी. मारा गया एक करोड़ के इनामी नक्सली की छत्तीसगढ़ की पुलिस को भी तलाश थी. आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ में किस तरह से रही है इस नक्सली की सक्रियता…

मोस्ट वांटेड नक्सली ढेर

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पूरे देश से नक्सलियों के खात्मे का ऐलान किया है. देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में पुलिस और सुरक्षा बल के जवान मिलकर ऑपरेशन चला रहे हैं. नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी. सुरक्षा बलों ने झारखंड के बोकारो में 8 नक्सलियों को ढेर किया है. तीन मोस्ट वांटेड हाई प्रोफाइल नक्सली हैं. इसमें एक करोड़ रुपये का इनामी नक्सली विवेक भी शामिल है.जबकि दो अन्य पर 25 लाख और 10 लाख का इनाम था. इसकी तलाश छत्तीसगढ़ की पुलिस भी कर रही थी. मारा गया नक्सली विवेक सेंट्रल कमेटी का मेंबर था. ऐसे में छत्तीसगढ़ में भी इसका दखल रहा है. यहां भी कमांडरों के साथ बैठकें कर हमले की रणनीतियां बनाता था. उन्हें कई तरह के निर्देश देता था.

HMO ने जानकारी देते हुए कहा कि –

नक्सलवाद को समाप्त करने की हमारी मुहिम लगातार जारी है. आज सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन में एक और महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है. झारखंड के बोकारो के लुगू पहाड़ियों में हुई एक मुठभेड़ में 8 माओवादी मारे गए हैं. जिसमें शीर्ष स्तर का नक्सली नेता विवेक भी शामिल है, जिस पर ₹1 करोड़ का इनाम था और दो अन्य कुख्यात नक्सली भी मारे गए हैं.

जानकारी के मुताबिक सोमवार को बोकारो के लालपनिया इलाके के लुगु पहाड़ियों में यह ऑपरेशन शुरू हुआ था.केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कोबरा इकाई और राज्य पुलिस बल ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया था.घटना स्थल से हथियार भी बरामद हुए हैं.

कौन था एक करोड़ का इनामी नक्सली विवेक?

रिपोर्ट्स के मुताबिक मारा गया इनामी नक्सली झारखंड के धनबाद जिले के टुंडी का रहने वाला था.वह झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 100 से अधिक घटनाओं में वॉन्टेड था.प्रयाग मांझी को उसके साथी ‘विवेक दा’ के नाम से बुलाते थे. प्रयाग मांझी भाकपा माओवादी संगठन की सेंट्रल कमिटी का सदस्य था. पारसनाथ इलाके में सक्रिय था.उसे साल 2023 में पारसनाथ और झुमरा पहाड़ियों की कमान सौंपी गई थी.

कर्रेगुट्टा में भी चल रही है मुठभेड़

इधर छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बॉर्डर पर कर्रेगुट्टा के जंगल में भी सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ चल रही है. इसमें एक करोड़ का इनामी नक्सली हिड़मा सहित 150 से ज्यादा नक्सली घिरे हुए हैं. 60 घंटे से मुठभेड़ जारी है. माना जा रहा है कि िस ऑपरेशन में भी सुरक्षा

बलों को बड़ी सफलता हाथ लग सकती है. अभी तक 3 नक्सलियों के शव बरामद हो गए हैं।