दुर्ग जिले के भिलाई तीन क्षेत्र में नगर निगम से घर लौट रही 3 महिला सफाईकर्मियों को तेज रफ्तार हाईवा ने कुचल दिया

दुर्ग जिले के भिलाई तीन क्षेत्र में नगर निगम से घर लौट रही 3 महिला सफाईकर्मियों को तेज रफ्तार हाईवा ने कुचल दिया

दुर्ग जिले के भिलाई तीन क्षेत्र में नगर निगम से घर लौट रही 3 महिला सफाईकर्मियों को तेज रफ्तार हाईवा ने कुचल दिया। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई है। दूसरी महिला की कमर की हट्टी टूट गई है, वहीं तीसरी की हालत सामान्य बताई जा रही है। चरोदा जीआरपी मामले की जांच कर रही है।

अशोक लाकड़े ने बताया कि जी केबिन चरोदा में रहने वाली उसकी पत्नी लीला बाई लाकड़े (59) के साथ ही सुमित्रा बाघ (45) और सविता नियाल (43) भिलाई 3 चरोदा नगर निगम में सफाईकर्मी हैं। वो लोग रोज की तरह शुक्रवार दोपहर को काम खत्म कर अपने घर लौट रही थीं। जी केबिन के पास ही रेलवे का काम चल रहा है, उसमें ठेकेदार की कई गाड़ियां चलती हैं।

एक महिला हाईवा के पहिये के नीचे आई

शुक्रवार दोपहर ढाई से तीन बजे के बीच महिलाएं अपने घर पहुंचने ही वाली थीं कि एक तेज रफ्तार हाईवा ने तीनों को अपनी चपेट में ले लिया। इसमें हाईवा का पहिया लीला लाकड़े के पेट से निकल गया। गंभीर रूप से घायल लीला की अस्पताल पहुंचते ही मौत हो गई। वहीं सुमित्रा बाघ की पीठ पर से चक्का निकलने के चलते उसके कमर की हड्डी टूट गई है। उन्हें स्पर्श हॉस्पिटल से एम्स रायपुर रेफर किया गया है। तीसरी घायल सविता नियाल की हालत सामान्य बताई जा रही है।

जीआरपी पुलिस कार्रवाई करने से बच रही

जो लोग इस सड़क दुर्घटना की चपेट में आए हैं, वो इतने गरीब हैं कि उनके पास इलाज कराने तक के पैसे नहीं हैं। स्पर्श अस्पताल के डॉक्टरों ने उनका इलाज तो शुरू किया, लेकिन यह भी कहा कि एक गंभीर को रेफर करना पड़ेगा। वहां उन्हें इलाज के लिए पैसे लगेंगे।

जीआरपी की टीम स्पर्श हॉस्पिटल घायलों को देखने पहुंची, लेकिन कार्रवाई को लेकर उनका कहना है कि वे जब तक ड्राइवर की गिरफ्तारी नहीं करेंगे, कुछ भी नहीं बता सकते हैं। घायलों के परिजनों का कहना है कि हाईवा का इंश्योरेंस खत्म हो गया था, इसके चलते उसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है।