रायपुर: छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में एक सीट महासमुंद लोकसभा भी
रायपुर: छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में एक सीट महासमुंद लोकसभा भी है। यह सीट छत्तीसगढ़ की सबसे पुरानी लोकसभा सीट मानी जाती है। लोकसभा चुनाव की दृष्टि से इस क्षेत्र में कांग्रेस की अच्छी पैठ रही है। हालांकि पिछले तीन लोकसभा चुनाव के परिणाम में बीजेपी ने यहां लगातार अपना लोहा मनवाया है। बीजेपी की तरफ से इस बार उम्मीदवार रूप कुमारी चौधरी हैं, वहीं कांग्रेस से पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू को मैदान में उतारा गया है। दिग्गज नेता को उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस पूरा दमखम चुनाव जीतने के लिए लगा रही है। महासमुंद लोकसभा सीट को छत्तीसगढ़ की राजनीति का केंद्र कहा जाता है।छत्तीसगढ़ की राजनीति के केंद्र कहे जाने के पीछे महासमुंद सीट का इतिहास है। कांग्रेस के दिग्गज नेता विद्या चरण शुक्ला इसी सीट से सात बार तक सांसद चुने गए हैं। छत्तीसगढ़ की महासमुंद लोकसभा सीट से श्यामा चरण शुक्ल और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। वह भी इस सीट से जीत हासिल कर चुके हैं। अब तक यहां कांग्रेस का दबदबा बरकरार रहा है, लेकिन 1998 लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने कांग्रेस को शिकस्त दे दी। इसके बाद यहां के सांसद बने चंदूलाल साहू। कांग्रेस की करारी हार के बाद बीजेपी का मनोबल बढ़ गया और दोनों प्रमुख राजनीतिक दल के बीच कांटे की टक्कर होने लगी। हालांकि 1999 और 2004 में यहां कांग्रेस फिर से जीत गई, लेकिन उसके बाद लगातार इस सीट पर बीजेपी का परचम लहराया है।