महापौर ने किया कार्यक्रम स्थल का किया निरीक्षण,महिलाओं के लिए 10 से अधिक मनोरंजक प्रतियोगिताएँ, नगर निगम दुर्ग का वार्षिक आयोजन

महापौर ने किया कार्यक्रम स्थल का किया निरीक्षण,महिलाओं के लिए 10 से अधिक मनोरंजक प्रतियोगिताएँ, नगर निगम दुर्ग का वार्षिक आयोजन

दुर्ग। नगर निगम महापौर अलका बाघमार ने रिमझिम सावन मेला की तैयारियो को लेकर कार्यक्रम स्थल पहुंचकर एमआईसी सदस्य व अधिकारियो के साथ किया निरीक्षण,नगर पालिक निगम द्वारा प्रतिवर्ष सावन के पावन अवसर पर आयोजित किए जाने वाले बहुप्रतीक्षित “रिमझिम सावन मेला” का आयोजन इस वर्ष भी पूरे उल्लास और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ किया जा रहा है। यह आयोजन 2 अगस्त 2025, दिन शनिवार केवल भवन परिसर स्टेशन रोड में शुरू होगा, जो महिलाओं की सहभागिता, संस्कृति और उत्सवधर्मिता का अद्भुत संगम होगा।

इस वर्ष के आयोजन की मुख्य अतिथि होंगी भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,डॉ. सरोज पाण्डेय,जो इस सांस्कृतिक मेले का विधिवत उद्घाटन करेंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर श्रीमती अलका बाघमार करेंगी, जिनके नेतृत्व में यह आयोजन लगातार महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता जा रहा है।
 
-नगर निगम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की विशेषताएँ:

रिमझिम सावन मेला विशेष रूप से महिलाओं को केंद्र में रखकर तैयार किया गया है। इस आयोजन में महिलाओं के लिए 10 से अधिक मनोरंजक एवं पारंपरिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें शामिल हैं: मेहंदी, हावजी, प्रतियोगिता ,पारंपरिक पहनावा प्रतियोगिता, गीत-संगीत व नृत्य आधारित गतिविधियाँ और घरेलू सज्जा व रसोई प्रतिभा आधारित खेल शामिल हैं।
 
इन सभी प्रतियोगिताओं का उद्देश्य महिलाओं की रचनात्मकता, उत्साह, सहयोग भावना और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति को मंच प्रदान करना है।

-अति विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक गजेंद्र यादव,जिला अध्यक्ष  सुरेंद्र कौशिक,समाज सेविका श्रीमती रेणु यादव,समाज सेविका श्रीमती कमला कोर्सेवाड़ा,समाज सेविका ऋचा सेन,समाज सेविका श्रीमती गौरी कौशिक शामिल है. 

महापौर श्रीमती बाघमार के साथ विशिष्ट महिलाएँ वर्षों से सामाजिक कार्यों में संलग्न रही हैं। उनके अनुभवों और विचारों से आयोजन में सहभागिता करने वाली महिलाएँ न केवल मनोरंजन, बल्कि सीख और ऊर्जा भी ग्रहण करेंगी।

 -इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सभापति श्याम शर्मा,महिला एवं बाल कल्याण समिति,श्रीमती शशी बाई साह,प्रभारी संस्कृति, मनोरंजन एवं विरासत संरक्षण समिति प्रभारी श्रीमती हर्षिका संभव जैन सहित एमआईसी सदस्यगण शामिल हैं! 

नगर निगम सुमित अग्रवाल सहित समस्त एमआईसी सदस्यगण के अलावा पार्षदगण एवं अधिकारी/कर्मचारी की मौजूदगी रहेगी


इन सभी जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों का प्रयास रहा है कि नगर निगम नारी-सशक्तिकरण के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाए और ऐसे आयोजनों के माध्यम से महिलाओं को समाज के हर मंच पर आगे बढ़ने का अवसर मिले।

-लाल परिधान में सावन की छटा:

नगर निगम ने सभी महिला प्रतिभागियों से आग्रह किया है कि वे लाल साड़ी या सलवार-सूट पहनकर इस पारंपरिक मेले में शामिल हों। यह न केवल एकता और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का प्रतीक होगा, बल्कि सावन के इस पर्व को रंगों से भर देगा।

:आयोजन का उद्देश्य-महापौर

महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने कहा की रिमझिम सावन" केवल एक मेला नहीं, बल्कि यह एक संवेदनशील सांस्कृतिक पहल है जो महिलाओं को आत्मविश्वास, अभिव्यक्ति और सामाजिक जुड़ाव के अवसर देती है।

उन्होंने कहा की वरिष्ठ अतिथियों की मौजूदगी इस बात का प्रमाण है कि समाज के उच्च स्तर पर भी महिलाओं की भूमिका, उत्सवों में उनकी भागीदारी और सामाजिक-सांस्कृतिक योगदान को गंभीरता से लिया जा रहा है।

भव्य समापन में विशिष्ट हस्तियों की गरिमामयी उपस्थिति

“रिमझिम सावन मेला 2025” का समापन समारोह 3 अगस्त 2025 (रविवार) को उल्लासपूर्ण वातावरण में आयोजित किया जाएगा। इस समापन अवसर पर महिलाओं की रचनात्मक भागीदारी और सांस्कृतिक प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की धर्म पत्नी -मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेविका कौशल्या देवी उपस्थित रहेंगी। साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में  विजय बघेल(सांसद) , ललित चंद्राकर(संसदीय संसाधन), महापौर अलका बाघमार, रजनी बघेल(समाजसेविका),पूजा चंद्राकर (समाजसेविका एवं सांस्कृतिक प्रेरक) शामिल होगे।इन सभी अतिथियों की उपस्थिति से समापन समारोह गरिमामय एवं स्मरणीय बनेगा।समापन समारोह में प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा, साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, स्मृति चिह्न वितरण और महिलाओं के सशक्तिकरण पर आधारित वक्तव्य दिए जाएंगे।यह आयोजन सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द, नारी सम्मान और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक है।नगर निगम दुर्ग सभी महिलाओं को आमंत्रित करता है कि वे इस आयोजन में शामिल होकर सावन के रंगों को और भी जीवंत बनाएं।