श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में हुनर फेस्ट -25 का रैंप वॉक ने बिखेरी छटा,शामिल हुए दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई में हुनर 2025 का आयोजन 10 नवंबर 2025 से 17 नवंबर 2025 तक किया गया। हुनर फेस्ट 23 विधाओ में आयोजित कार्यक्रम का आगाज 10 नवंबर से महाविद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के 6 विभागों द्वारा प्रतियोगिता में कांटे की टक्कर थी हर समूह आगे बढ़ाने की होड़ में बेहद ही उत्साह से कार्यक्रम में भाग लिए।हुनर फेस्ट 25 के समापन समारोह के मुख्य अतिथि माननीय श्री ललित चंद्राकर जी विधायक दुर्ग ग्रामीण, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा एवं डीन एकेडमिक डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की परंपरा अनुसार मां सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत पौधा एवं श्रीफल भेंट कर बैज लगाकर स्वागत गान से किया गया। राज्य गीत अरपा पैरी के धार से छत्तीसगढ़ महतारी का वंदन किया गया। स्वागत भाषण में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हुनर कार्यक्रम सिर्फ एक कार्यक्रम ही नहीं बल्कि छात्रों के हुनर को बाहर निकलने का एक अच्छा अवसर है सब में कुछ ना कुछ प्रतिभाएं छिपी होती है और उस प्रतिभा को बाहर निकलने का अच्छा अवसर है जिस में हम सफल रहे।मुख्य अतिथि माननीय ललित चंद्राकर जी ने भारत माता की जयकारे के साथ अपना उद्बोधन प्रारंभ किया उन्होंने कहा कि भारत सभी धर्मों का सम्मान करता है और इसका कारण यह है कि यहां सनातन धर्म है। भारत हमेशा से शिक्षा और ज्ञान का केंद्र रहा है। आज भारत को सोने की चिड़िया बनाना है। हमारे युवा पीढ़ी स्टार्टअप के माध्यम से लोगों को रोजगार प्रदान करें ना की नौकरी मांगने की लाइन में खड़े हो। उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 का भी उल्लेख किया तथा प्रधानमंत्री के खेलो इंडिया के माध्यम से ग्रामीण अंचल के बच्चों के हुनर को रखने का कार्य कभी उल्लेख किया।*
हुनर इंटर डिपार्टमेंट फेस्ट सांस्कृतिक
प्रकोष्ठ अध्यक्ष दीपाली देवांगन गर्ल्स एवं प्रांजल मातुरकर बॉयज वर्ग का प्रतिनिधित्व किया। शिक्षा विभाग से लिखील साहू एवं जयश्री व्यापारी वाणिज्य विभाग से सौरभ ध्रुव एवं पूजा झा प्रबंधन विभाग से त्रिस्मीत सिंह भाटिया एवं स्वाती बिसेन कला विभाग से देवांशु एवं रितिका विज्ञान विभाग से खुशी सिंह राजपूत एवं मुनेश्वर बीसीए विभाग से पायल एवं पवन प्रतिनिधि चुने गए। हुनर कार्यक्रम के पहले दिन की शुरुआत टेबल टेनिस, हाथ कुश्ती महिला एवं हाथ कुश्ती पुरुष तथा सांप सीढ़ी जैसे रोमांचक खेलों से किया गया। द्वितीय दिवस रंगोली पेंटिंग वाद विवाद प्रश्नोत्तरी एवं फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों का बौद्धिक परीक्षण हुआ तो वही खेलकूद में भी किसी से पीछे नहीं रहे। पेंटिंग एवं रंगोली में छत्तीसगढ़ आदिवासी जनजाति थीम के रूप में दिया गया तो वहीं वाद विवाद में छत्तीसगढ़ के 25 साल विकास को थीम के रूप में प्रदर्शित किया गया। मेहंदी में ब्राइडल मेहंदी थीम के रूप में दिया गया था तो वही शतरंज की चाल और फुटबॉल की मस्ती में सभी विभाग के छात्र-छात्राएं पीछे नहीं रहे। क्रिकेट के रोमांचक खेल में तो सभी अपनी उम्र की सीमाएं ही लाघ दिए। एकल एवं युगल गीत तथा युगल नृत्य की प्रस्तुति से सभी मंत्र मुग्थ हो गए।
अंतिम दिवस रस्साकशी का आयोजन किया गया जिसमें सभी जोर आजमाइश करते हुए दिखे। तो वहीं दूसरी ओर रैम्प वाक में छात्रों ने भूतो के थीम पर ऐसा जलवा बिखरे की लगा दहशत में दिन में तारे नजर आ गए। अंत में पुरस्कार वितरण किया गया जिसमे पूरे कार्यक्रम में शिक्षा विभाग का वर्चस्व रहा। द्वितीय स्थान पर वाणिज्य विभाग तृतीय स्थान पर प्रबंधन विभाग चतुर्थ स्थान पर विज्ञान विभाग पांचवें स्थान पर कला एवं कंप्यूटर विभाग रहा। मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह सीड बॉल देकर सम्मानित किया गया।
आभार प्रदर्शन महाविद्यालय के डीन
एकेडमी डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने किया।उन्होंने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा एवं संस्कृति का संबंध यही दिखाई देताहै। सभी इस कार्यक्रम में आत्म विभोर होकर
अपनी सहभागिता दी एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान भी दिए। मैं सभी
के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। कार्यक्रम की संयोजक डॉ संदीप जसवंत एवं डॉ लक्ष्मी वमा रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण छात्र छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन छात्र वर्ग में उमंग एवं डॉ वंदना सिंह ने किया।