ऑटों चालकों को ट्रैफिक पुलिस की वर्निंग, बिना वर्दी व नशे में न चलाए वाहन
दुर्ग। यातायात व्यवस्था को सरल, सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए आटों चालकों की बैठक ली गई। उप पुलिस अधीक्षक (यातायात ) द्वारा ऑटो चालकों को आम नागरिकों से मधुर व्यवहार एवं निर्धारित शुल्क लेने हेतु समझाईस दी गई। आटो चालक का किसी शहर की छवि एवं यातायात व्यवस्था बनाने में बहुमूल्य योगदान होना बताया गया। बिना वर्दी, शराब का सेवन कर वाहन न चलाने तथा क्षमता से अधिक सवारी न बैठाने की बात भी कही गई।
राम गोपाल गर्ग, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग के द्वारा जिले की यातायात व्यवस्था को सरल, सुगम एवं सुरक्षित बनाने के दिये गये निर्देश के परिपालन में यातायात जोन दुर्ग में सतीष ठाकुर, सतानंद विघ्यराज उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) के नेतृृत्व में ऑटो चालको की मीटिंग ली गई। इसमें ऑटो चालको को समझाईस दी गई की शहर की यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित बनाये रखने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका आप लोगों का ही होता है। किसी अन्य जिले से कोई व्यक्ति बस स्टेण्ड, रेल्वे स्टेशन पहुंचता है तो वह सर्वप्रथम उसे अपने गर्तव्य स्थान पर जाने के लिए आप लोग का ही सहयोग लेना होता है। यदि आप लोग उन लोगों से मधुर व्यवहार एवं निर्धारित शुल्क वसूल करते हो और अपने वाहन को क्रमबद्ध निर्धारित पार्किग/स्थान पर खडा करते हो जिससे उस व्यक्ति के मन में जिले के प्रति एक अच्छी छवि बनती है।
मीटिंग के दौरान उप पुलिस अधीक्षक, यातायात द्वारा मीटिंग में उपस्थित 250 आटो चालकों को व्यक्तिगत छवि के साथ साथ यातायात नियमों जैसे बिना वर्दी वाहन न चलाना, शराब एवं किसी भी नशीली पदार्थ का सेवन कर वाहन न चलाना, नाबालिक को वाहन चलाने न देना, निर्धारित क्षमता से अधिक सवारी न बैठाना, वाहनो को दस्तावेज दुरूस्त रखना, निर्धारित पार्किग/स्थान पर ही वाहन खडा करना, किसी चौक पर सवारी उतारने चढाने का कार्य न करना, चौक के पहले या बाद में सवारी को उतारना, तेज एवं लापरवाहीपूर्वक वाहन न चलाने हेतु समझाईस दी गई साथ ही आज जो आटो चालक इस मीटिंग में उपस्थित नहीं हुए है उन सभी तक इन सभी बातो को पहुंचाने हेतु निर्देशित किया गया।
मीटिंग में यातायात जोन दुर्ग प्रभारी निरीक्षक यशकरण ध्रुव, सहायक उप निरीक्षक रमेश दुबे, बोधन साहू, मदन साहू, कुंवर सिंह, सत्यनारायण पाठक, दयालु राम रोहित मालेकर यातायात के कर्मचारी एवं 250 आटो वाहन चालक उपस्थित थे।