छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस अब निगरानी और गुंडा-बदमाशों की फोटो सार्वजनिक चौक-चौराहों पर लगाएगी

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस अब निगरानी और गुंडा-बदमाशों की फोटो सार्वजनिक चौक-चौराहों पर लगाएगी

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस अब निगरानी और गुंडा-बदमाशों की फोटो सार्वजनिक चौक-चौराहों पर लगाएगी। एसपी जितेंद्र शुक्ला ने सभी थाना क्षेत्र में होर्डिंग्स लगाने के आदेश दिए हैं। जिससे बदमाशों की दबंगई खत्म हो। एसपी जितेंद्र शुक्ला का कहना है कि, ऐसा करने से अपराधियों की सामाजिक छवि लोगों के सामने आएगी। इससे अपराधियों को सबक मिलेगा कि यदि उन्होंने सही काम किया होता तो उनकी फोटो यहां नहीं होती। एसपी ने कहा कि, थानों में गुंडे-बदमाशों की सूची अपडेट करने के साथ ही उनके फोटो के बड़े होर्डिंग्स बनाकर थाना कैंपस में लगाया जाएगा। इससे अपराधी अपराध करने से पहले सोचे कि उसकी छवि कैसी बनेगी। वहीं गुंडे बदमाशों ने जिस क्षेत्र में दहशत बनाई है।उसी एरिया के चौक-चौराहों पर भी उसकी होडिग्स लगाई जाएगी, ताकि लोगों के बीच उनकी दहशत खत्म हो और सामाजिक छवि खराब होने के डर से वे भी सुधर जाएं। अब बदमाश अपनी फोटो हटवाने के जुगाड़ में लग गए हैं। हालांकि एसपी जितेन्द्र शुक्ला लगातार मीटिंग लेकर अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी में जुटे हैं। उनका कहना है कि, जिन लोगों के आवेदन फोटो हटवाने के लिए आए हैं, वो यह देखेंगे कि उसने कितने समय से अपराध नहीं किया है। उसकी छवि में सुधार आया है या नहीं। दुर्ग पुलिस के अनुसार, जिले में 527 गुंडा बदमाश हैं।इसमें से 446 हाजिर हैं और 38 जेल में हैं। वहीं, 43 बदमाश अभी भी फरार चल रहे हैं। पुलिस इन सभी की फोटो और नाम के साथ इनका होर्डिंग लगाएगी। दुर्ग जिले के 23 थानों में अपराधियों के फोटो वाले होडिंग्स लग चुके हैं। बाकी थानों में होर्डिंग बनने दे दिया गया है। सबसे अधिक गुंडा बदमाशों वाले थाना क्षेत्र की बात करें, तो इसमें दुर्ग कोतवाली थाना का नाम पहले आता है। इसके साथ ही मोहन नगर, भिलाई में छावनी, सुपेला, खुर्सीपार, नंदिनी और वैशालीनगर में भी अपराधियों की संख्या काफी अधिक है।