छत्तीसगढ़ के रायपुर में कलेक्टर के निर्देश के बावजूद खनिज विभाग और जिला प्रशासन रेत माफिया पर लगाम नहीं लगा पा रहे
छत्तीसगढ़ के रायपुर में कलेक्टर के निर्देश के बावजूद खनिज विभाग और जिला प्रशासन रेत माफिया पर लगाम नहीं लगा पा रहे। अधिकारियों के कार्रवाई के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। अभनपुर के सेमरा गांव के ग्रामीणों ने दैनिक भास्कर को वीडियो भेजा है। जिसमें रेत माफिया पनडुब्बी नुमा मशीन और पोकलेन मशीनों से रेत का अवैध उत्खनन करते दिख रहे हैं।इतना ही नहीं रेत निकालने के लिए पाइपलाइन भी डाली गई। दिनदहाड़े सेमरा गांव में माफिया रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन कर रहे हैं। रेत माफिया ने अवैध कारोबार के लिए कई जगह महानदी की धार को रोककर मशीनें लगा दी गई हैं। चंपारण और सीहोर में जलधारा रोककर रेत निकाली जा रही है।पिछले दिनों जिला प्रशासन और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने आरंग, नया रायपुर, मंदिर हसौद और नवापारा राजिम में रेत माफिया पर कार्रवाई करने का दावा किया था।नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) कोर्ट ने महानदी में रेत उत्खनन करने के लिए किसी भी प्रकार की मशीन पर रोक लगा रखी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने 10 जून से ही रोक लगा दी थी। यह रोक 15 अक्टूबर तक लगी है। इन सबके बाद भी रेत माफिया प्रदेश की नदियों से रेत का अवैध तरीके से उत्खनन कर रहे है। रेत माफिया पनडुब्बी (मशीन जिससे नदियों की तलहटी से रेत निकालती है।) का इस्तेमाल कर रहे हैं।