प्रेमिका को खिलाई गर्भपात की दवाई, तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में किया भर्ती, बॉयफ्रेंड और मेडिकल शॉप संचालक समेत दो गिरफ्तार

प्रेमिका को खिलाई गर्भपात की दवाई, तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में किया भर्ती, बॉयफ्रेंड और मेडिकल शॉप संचालक समेत दो गिरफ्तार

मोहला/मानपुर।प्रेमिका के गर्भवती होने की जानकारी मिलने पर घबराए प्रेमी ने गर्भपात की दवाई खिला दी। इससे प्रेमिका की तबीयत अत्याधिक बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। तब जाकर मामला उजागर हुआ। प्रकरण में प्रेमी, उसका दोस्त तो गिरफ्तार हुए ही साथ ही अवैध रूप से गर्भपात की टेबलेट बेचने के जुर्म में मेडिकल दुकान संचालक और उसका कर्मचारी भी लपेटे में आ गए। मामला मोहला मानपुर जिले के खड़गांव थाना क्षेत्र का है।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गर्भपात के बाद गंभीर हालत में पीड़िता को बालोद के एक अस्पताल में लाया गया था। इसके बाद बालोद मामला उजागर हुआ। मोहला मानपुर जिले के खड़गांव पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई करते हुए अपराध में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि मानपुर ब्लॉक के फुलकोड़ो गांव निवासी चेतन दास मारकंडे के साथ वो प्रेमसंबंध में थी और इस दौरान वह गर्भवती हो गई। इसकी जानकारी अपने प्रेमी चेतन दास को दी, तब प्रेमी ने अपने साथी ग्राम मिचगांव निवासी जोहर लाल खैरवार से गर्भपात का टेबलेट लेकर खिला दिया। टेबलेट के असर से अत्यधिक रक्तस्राव होने के चलते हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।पीड़िता के बयान के आधार पर बालोद जिला कोतवाली पुलिस ने धारा 88, 91 बीएनएस कायम कर बालोद कोतवाली पुलिस की ओर से केस मोहला मानपुर जिले के खड़गांव थाना भेजा गया। बालोद कोतवाली से मिले प्रकरण पर खड़गांव पुलिस ने थाने में अपराध कायम किया और थाना प्रभारी के नेतृत्व में आरोपियों के पतसाजी शुरू की।इस दौरान दो आरोपियों चेतन दास मारकंडे व जोहर लाल खैरवार को घर से गिरफ्तार किया। पूछताछ करने पर जोहर लाल ने गर्भपात का टेबलेट भर्रीटोला स्थित एक मेडिकल स्टोर से मेडिकल संचालक सदानंद सरकार तथा मेडिकल में काम करने वाले अपचारी बालक के मार्फत खरीदा गया बताया। खड़गांव पुलिस ने अवैध रूप से गर्भपात की टेबलेट बेचने वाले मेडिकल दुकान संचालक व उसके कर्मचारी को गिरफ्तार किया।गिरफ्तार किए गए चारों में से तीन को अंबागढ़ चौकी न्यायालय में तथा अपचारी बालक को किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया गया, जहां से न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।