बिलासपुर पुलिस ने तोरवा थाना क्षेत्र में हुए एक अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली: मृतक की पत्नी ही उसकी हत्या की मास्टरमाइंड निकली
बिलासपुर।बिलासपुर पुलिस ने तोरवा थाना क्षेत्र में हुए एक अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सफलता हासिल की है। मृतक की पत्नी ही उसकी हत्या की मास्टरमाइंड निकली, उसने अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और मौका देखकर उसकी हत्या करवा दी। पुलिस ने आरोपी महिला और उसके आशिक समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।बता दें कि बीते 3 सितंबर 2024 को थाना प्रभारी राहुल तिवारी को ग्राम ढेंका बाईपास रोड के पास एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने के बाद, पुलिस टीम एफएसएल टीम के साथ मौके पर पहुंची। जांच में पता चला कि मृतक की हत्या किसी तेजधार हथियार से की गई थी। मृतक के ससुरालवालों ने उसकी पहचान देवेंद्र बनर्जी के रूप में की।मृतक की पहचान होने के बाद एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और कोतवाली CSP के निर्देशन में तोरवा पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, इस दौरान उन्हें पता चला कि मृतक की पत्नी नैना उर्फ अंजलि घृतलहरे का अपने पति से आए दिन विवाद होते रहता है जिसके चलते वह काफी परेशान रहती है। पुलिस ने जब नैना उर्फ अंजलि से बात की तो उसने पहले गोल मोल जवाब देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन वह ज्यादा देर तक पुलिस को ऐसा नहीं कर सकी और अपना जुर्म कबूल कर लिया।मृतक की पत्नी नैना उर्फ अंजलि घृतलहरे ने पुलिस को बताया कि उसने अपने आशिक दीपक महिलेश्वर के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की योजना बनाई और 4 लाख रुपए की सुपारी दी। योजना के अनुसार, दीपक महिलेश्वर ने अपने दोस्तों विक्की लहरे, अनिल रजक और अपने भाई कमल महिलेश्वर के साथ मिलकर सर्जिकल ब्लेड का उपयोग करके हत्या की घटना को अंजाम दिया और लाश को वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू, मोटरसाइकिल और मोबाइल बरामद कर लिए गए हैं। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।