गुरुवार की तड़के पुलिस ने भिलाई के उमदा इलाके में नकली जर्दायुक्त गुटखा फैक्ट्री में बड़ी कार्रवाई की: 85 बोरा गुटखा, मशीनें जब्त
भिलाई। दुर्ग पुलिस ने एक संगठित और अवैध गुटखा निर्माण के नेटवर्क पर बड़ी सफलता हासिल की है। गुरुवार की तड़के छापेमारी में पुलिस ने भिलाई के उमदा इलाके में एक फैक्ट्री पर कार्रवाई की, जहां नकली जर्दायुक्त गुटखा तैयार किया जा रहा था। इस ऑपरेशन में पुलिस ने 85 बोरे गुटखा और गुटखा निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली मशीनें जब्त कीं। इसके साथ ही 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई दुर्ग के एसपी जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर की गई, जिन्होंने लगातार मिल रही जानकारी और गुप्त सूत्रों की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।छावनी के सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि उन्हें कई दिनों से उमदा क्षेत्र में चल रही इस अवैध गुटखा फैक्ट्री की जानकारी मिल रही थी। यह फैक्ट्री लंबे समय से नकली जर्दा मिक्स गुटखा बना रही थी, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। पुलिस ने इस सूचना की पुष्टि करने के लिए अपने मुखबिरों को सक्रिय कर दिया था और समय आने पर कार्रवाई की योजना बनाई। पुलिस को एक टिप मिली कि भोर के समय 3 से 4 बजे के बीच गुटखा से भरी एक गाड़ी भिलाई की ओर आएगी। सीएसपी हरीश पाटिल ने इसकी सूचना दुर्ग के एसपी जितेंद्र शुक्ला को दी। इसके बाद दुर्ग एसपी ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए और एक विशेष टीम का गठन किया गया। जामुल थाना प्रभारी कपिल देव पाण्डेय, छावनी थाना प्रभारी चेतन चंद्राकर, और खुर्सीपार थाना प्रभारी अंबर भारद्वाज की टीम ने मिलकर इस छापेमारी को अंजाम दिया। पुलिस की टीम रात 3 बजे उमदा क्षेत्र में पहुंची और जैसे ही ट्रक (CG 07 BK 5038) गुटखा लेकर आता हुआ दिखा, उसे रोका गया। ट्रक की तलाशी लेने पर उसमें 60 बोरे पानराज ब्रांड का जर्दायुक्त गुटखा मिला। ट्रक चालक से पूछताछ के बाद पुलिस उसे लेकर सीधे गुटखा फैक्ट्री तक पहुंची। इस दौरान आरोपियों को छापेमारी की भनक लग चुकी थी और वे गुटखा बनाने वाली मशीन को एक लोडर (CG 07 CS 5338) में लादकर भागने की तैयारी में थे। हालांकि, पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। फैक्ट्री के अंदर से 25 बोरे और गुटखा और वहां काम कर रहे मजदूरों को भी हिरासत में ले लिया गया। सभी आरोपियों को पुरानी भिलाई थाने ले जाया गया, जहां उनके खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने इस छापेमारी में गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के दौरान पाया कि नकली जर्दायुक्त गुटखा बनाने के इस पूरे नेटवर्क का मुख्य आरोपी साजिद खान है, जो पावर हाउस छावनी क्षेत्र का निवासी है। साजिद खान फिलहाल फरार है, लेकिन पुलिस उसकी जल्द गिरफ्तारी का दावा कर रही है। इसके साथ ही, इस रैकेट में उसका एक साथी 'पंडा' नाम का व्यक्ति भी शामिल है, जो उड़ीसा का निवासी है। पंडा गुटखे की डिलीवरी का काम करता था। पुलिस पंडा की भी तलाश कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।