रेल प्रशासन के द्वारा दुर्ग से छपरा तक चलने वाली सारनाथ एक्सप्रेस को 38 दिनों के लिए रद्द किए जाने का निर्देश जारी किया, जानें वजह

रेल प्रशासन के द्वारा दुर्ग से छपरा तक चलने वाली सारनाथ एक्सप्रेस को 38 दिनों के लिए रद्द किए जाने का निर्देश जारी किया, जानें वजह

दुर्ग। रेल प्रशासन के द्वारा दुर्ग से छपरा तक चलने वाली सारनाथ एक्सप्रेस को 38 दिनों के लिए रद्द किए जाने का निर्देश जारी किया है।  दरअसल रेलवे प्रशासन का कहना है कि इस मार्ग पर कोहरे का असर ठंड के दिनों में अधिक रहता है यही वजह है कि दिसंबर और जनवरी के दिनों में सारनाथ एक्सप्रेस को विभिन्न तारीखों को रद्द किया जा रहा है, हालांकि अभी केवल सारनाथ एक्सप्रेस को रद्द किए जाने का निर्णय लिया गया है आने वाले समय में अगर कोहरे का असर अधिक होता है तो अन्य क्षेत्रों में भी ट्रेनों को रद्द किए जाने पर निर्णय लिया जाएगा।लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में इतने बदलाव किए जा रहे हैं लेकिन अब तक रेलवे कोहरे की वजह से ट्रेनों के परिचालन में पढ़ने वाले प्रभाव को खत्म करने की दिशा में कोई पहल नहीं कर पाया है यही वजह है कि आज भी ठंड के दिनों में कोहरे की वजह से ट्रेनें विलंब से चलती है यह तो उन्हें रद्द करना पड़ता है।हालांकि पिछले कुछ समय पहले रेलवे ने तर्क दिया था कि कवच सिस्टम लगने के बाद यह समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी बावजूद इसके कवच को रेलवे के द्वारा अभी अनुमति प्रदान की गई है जिसे अमल में आने में अभी कुछ समय लगेगा ऐसे में अभी कोहरे के दिनों में इसी तरह से ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होगा और यात्रियों को अपने निर्धारित स्थान तक जाने में समस्या उठानी पड़ेगी जरूरी है कि रेलवे ट्रेनों को रद्द करने की बजाय अगर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत काम करें तो ना तो यात्रियों को समस्या होगी और ना ही रेलवे का कार्य प्रभावित होगा। लेकिन न जाने क्यों रेलवे ट्रेनों को रद्द करने में ही विश्वास रखता है और यात्रियों को परेशानी में डालता है जो किसी भी तरह से उचित नहीं है।