दुर्ग शहर को 148 लाख की लागत से इंडोर तरणताल की सौगात ,विकास कार्यों को दुर्ग शहर में गति मिली - गजेन्द्र यादव
दुर्ग। दुर्ग शहर विधायक श्री गजेन्द्र यादव के मुख्य आतिथ्य और कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में शहर में स्थित सीटी क्लब के प्रांगण में 148 लाख की लागत से तरणताल निर्माण के लिए आज भूमिपूजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि जिस प्रकार बेडमिंटन का मैदान तैयार किया जा रहा है, उसी प्रकार तरणताल का निर्माण भी हो। उन्होंने विधायक बनने के बाद जो सपना देखा था उसको पूरा करने में कलेक्टर सुश्री चौधरी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। जिला को वैभवशाली बनाने हरसंभव कोशिश करूंगा। वर्तमान में छत्तीसगढ़ की रेकिंग में दुर्ग जिला प्रथम स्थान पर रहा है।
विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि स्वास्थ्य के लिए जिला अस्पताल में 9 करोड़ की लागत से 150 बिस्तरों का वार्ड तैयार किया जा रहा है। जिले को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए बेंगलुरू के आईटी पार्क की तरह भिलाई में भी आईटी पार्क का निर्माण किया जाएगा। जिससे जिले के छात्र-छात्राओं को पढ़ने तथा रोजगार प्राप्त करने में कठिनाई न हो सके। उन्होंने जिले को सुव्यविस्थत करने के लिए जैसे पटेल चौक, राजेन्द्र प्रसाद चौक तथा अन्य क्षेत्रों का सौन्दर्यीकरण करने के लिए राशि की व्यवस्था की जाएगी।
महापौर श्री धीरज बाकलीवाल ने कहा कि शहर के विकास कार्यों को नया आयाम देने के साथ ही क्षेत्र के विकास के लिए कलेक्टर का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि आम जनता के सुझाव के आधार पर विधायक श्री यादव ने शहर का विकास करने हमेशा तत्पर रहे है। जिले के विकास के लिए व्यक्तिगत जागरूकता होना अनिवार्य है। खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए विधायक के माध्यम से शहर को तरण ताल की सौगात मिली है, इससे जिले के युवाओं को सुविधा मिलेगी।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने कहा कि शहर की खेल प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। जिले के युवा पीढ़ी को खेल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने का कार्य अनुभवी खिलाड़ियों का बहुत बड़ा योगदान रहेगा। उन्होंने कहा कि तरणताल का निर्माण करने के उपरांत उसका संचालन भी सुव्यवस्थित सुचारू रूप से होना चाहिए।
इस अवसर पर पार्षद श्री राजकुमार नारायणी, दुर्ग नगर निगम आयुक्त श्री सुमित अग्रवाल, एसडीएम दुर्ग श्री हरवंश सिंह मिरी, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री जे.के. मेश्राम सहित अन्य जनप्रतिनिधी एवं जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।