निदान-1100 में करें शिकायत दर्ज,निगम करेंगी 24 घंटो में निराकरण
दुर्ग।नगर निगम प्रशासन ने निदान-1100 में शहर से ऑनलाइन दर्ज समस्त नागरिकों से अपील, आस पास के क्षेत्रों में कचरा या गंदगी दिखने पर करें निदान 1100 पर शिकायत करें।कलेक्टर/निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी व आयुक्त सुमित अग्रवाल द्वारा शहर के समस्त आम नागरिकों से अपील है कि, वार्डों में अपने आस पास के रहवासी क्षेत्रों, व्यावसायिक क्षेत्रों, सार्वजनिक स्थानों आदि पर कचरा या गंदगी दिखने पर तुरंत नगर निगम के टोल फ्री नंबर निदान 1100 पर शिकायत दर्ज करे,जिसका 24 घंटों के अंदर समाधान किया जाएगा। और इस प्रकार अपने शहर को स्वच्छ बनाने में सहयोग प्रदान करेंगें।निदान 1100 में साफ सफाई सड़क, बिजली, पानी, साफ-सफाई सहित अन्य समस्याओं का समय-सीमा में निराकरण कर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की ग्रेडिंग में ए ग्रेड हासिल कर रही है। निगम प्रशासन ने निदान-1100 में ऑनलाइन शिकायत प्राप्त होने के बाद न केवल निर्धारित समय सीमा में निराकरण किया, बल्कि कलेक्टर/निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी व आयुक्त सुमित अग्रवाल के निर्देशानुसार निराकरण के बाद शिकायतकर्ता के फोन नंबर पर संपर्क कर फीडबैक लेने का कार्य भी किया जाएगा।ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली की रिपोर्ट के अनुसार शहर से निदान-1100 में दर्ज कई शिकायतों का निगम ने निर्धारित समय-सीमा में निराकरण किया। यानी कि निगम के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने शिकायत दर्ज होने के 24 घंटे के शिकायतों का निराकरण किया जाएगा।आयुक्त सुमित अग्रवाल की नियमित मॉनिटरिंग से निदान में प्राप्त शिकायतों का निराकरण शीघ्रता से गंभीरता पूर्वक किया जा रहा है। नगरीय प्रशासन विभाग ने सड़क, नाली की सफाई, स्ट्रीट लाइट, मृत जानवर का उठाव, पेयजल, सार्वजनिक शौचालय, आवारा मवेशियों इत्यादि से होने वाले समस्याओं के निराकरण के लिए तीन साल पहले निदान 1100 की शुरुआत की थी। टोल फ्री नंबर के जरिए दर्ज होने वाले शिकायतों का निराकरण के लिए तीन चरण की व्यवस्था की गई है। इस श्रेणी में शिकायतें हैं सीधे आयुक्त के पास पहुंचती है! टोल फ्री नंबर 1100 पर कई तरह की शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं। इनमें शहर क्षेत्रो में पड़े कचरा की साफ सफाई,स्ट्रीट लाइट,साफ-सफाई, मलबा उठाव, मृत जानवर, पेयजल, सड़क, सार्वजनिक शौचालक, आवारा पशुओं से होने वाली परेशानियों, जाम नाली आदि समस्यों का निराकरण।