सनातनी हिंदू योद्धा शौर्य पराक्रम वीरता साहस देश भक्ति के प्रेरक छत्रपति शिवाजी महाराज की 395 जयंती का आयोजन धूमधाम के साथ मनाया गया,वीर शिवाजी शौर्य पराक्रम साहस वीरता देशभक्ति के प्रेरक है-:मनोज ठाकरे

सनातनी हिंदू योद्धा शौर्य पराक्रम वीरता साहस देश भक्ति के प्रेरक छत्रपति शिवाजी महाराज की 395 जयंती का आयोजन धूमधाम के साथ मनाया गया,वीर शिवाजी शौर्य पराक्रम साहस वीरता देशभक्ति के प्रेरक है-:मनोज ठाकरे

भिलाई। हिंदू हृदय सम्राट शोर वीरता साहस और पराक्रम कुशल प्रशासक देशभक्ति जो जुनून और न्याय प्रिय शूरवीर छत्रपति शिवाजी महाराज जी की 395 जयंती को क्षत्रिय,कुणबी समाज संगठन छत्तीसगढ़ एवं भारतीय सनातन संघ के संयुक्त तत्व ज्ञान में भिलाई शहर के हुडको स्थित शिवाजी स्मारक में बड़े ही धूमधाम के साथ शिवाजी महाराज की जयंती का आयोजन किया गया।
उक्त आशय की जानकारी भारतीय सनातन संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज ठाकरे ने देते हुए बताया आज  प्रातः छत्रपति शिवाजी महाराज जी के स्मारक हुडको में उनके प्रतिमा पर विशाल शंख ध्वनि के मध्य  माला अर्पण किया गया इस अवसर पर सभी जनों ने वीर शिवाजी अमर रहे जय भवानी जय शिवाजी के नारों से गुंजमन किया वातावरण को और वीर शिवाजी जी को पुष्पम वाला अर्पित कर नमन किया जैसा की विदीत है।19 फरवरी 1630 को शिवनेरी किले में भोसले वंश में मराठा साम्राज्य हिंदू स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म हुआ उनकी माता जीजाबाई थी।वीर शिवाजी महाराज का नाम मराठा समाज में ही नहीं बल्कि समूह से भारत वर्ष में अत्यधिक सम्मान के साथ लिया जाता है आज हुडको, स्थित शिवाजी स्मारक में हिंदू सनातनी संगठनों के साथ-साथ कौन भी समाज संगठन के सदस्यों एवं विभिन्न मठ मंदिरों के शिव भक्तों ने उनके प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए इस अवसर पर महिलाओं और पुरुषों ने भारतीय सनातनी हिंदू की वेशभूषा पहनकर जय भवानी जय शिवाजी शिवाजी महाराज की जय हो शिवाजी महाराज अमर रहे के नारे के साथ वातावरण को गुंजमन किया . राजा छत्रपती शिवाजी महाराज सेना के मनोज ठाकरे प्रशांत कुमार शिरसागर अपने विचार साझा करते हुए बताया छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी, 1630 को शिवनेरी किले में हुआ था। वे 17वीं सदी के महान मराठा योद्धा थे जिन्होंने 1674 में मराठा साम्राज्य की नींव रखी और मुगलों के खिलाफ कई युद्ध लड़े। वे न केवल एक वीर सेनानायक थे बल्कि एक संगठित प्रशासनिक व्यवस्था बनाने में भी सफल रहे। उन्होंने एक व्यापक नागरिक संहिता लागू की, जो जनता के हितों की रक्षा करती थी।“एक छोटा कदम छोटे लक्ष्य पर, बाद मे विशाल लक्ष्य भी हासिल करा देता है।” “शत्रु चाहे कितना ही बलवान क्यो न हो, उसे अपने इरादों और उत्साह मात्र से भी परास्त किया जा सकता है।” “जब हौसले बुलन्द हो, तो पहाड़ भी एक मिट्टी का ढेर लगता है।” “धैर्य और हिम्मत से हर युद्ध जीता जा सकता है।”इस अवसर पर सभी उपस्थित जनों ने वीर शिवाजी महाराज की 395 जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं एक दूसरे को बधाई देकर दी और वीरता नीति और न्याय के आदम साहस के योद्धा को नमन किया।इस अवसर पर कुणबी समाज संगठन के पदाधिकारी के साथ-साथ भारतीय सनातन संघ के पदाधिकारी ने संबोधित करते हुए कहा यह दिन न केवल मराठा साम्राज्य की स्थापना की जय संस्थापक छत्रपति शिवाजी जी का जन्मदिन है बल्कि यह हमें उनकी अद्भुत वीरता नेतृत्व और स्वराज की भावना से भी प्रेरित करने का दिन है।इस अवसर पर भारतीय सनातन संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज ठाकरे ने संबोधित करते हुए कहा जोश जुनून और न्याय शौर्य पराक्रम वीरता साहस अदम साहस के योद्धा हिंदी स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज हिंदू सनातनी के लिए आइकॉन है।इस अवसर पर क्षत्रिय,कुणबी समाज संगठन एवं भारतीय सनातन संघ के पदाधिकारी सुनील रावत संजय पांडे  प्रशांत क्षीरसागर किशोर कनोजे नारायण रावत भवानी वाले संतोष काले, नरहरि काले,सुशील ठाकरे प्रकाश ठाकरे ,संजय कोहले, सुनील कोहले,अशोक ओकटे, देशमुख के साथ-साथ श्रीमती प्रतिभा पांडे श्रीमती सुनीता राऊत,, वीडियो बैंड कुमुदिनी बंद श्रीमती महादेवी ठाकरे श्रीमती अर्चना पांडे श्रीमती चोपले के अलावा विभिन्न धार्मिक संगठनों के प्रबुद्ध नागरिक छत्रपति शिवाजी महाराज जी की 395 जयंती मनाने के लिए उपस्थित थे।