लोगों को कानून का पाठ पढ़ाने वाले एसपी ने तोड़ा नियम? इस वजह से सीबीआई ने मारी रेड, जाने पूरा मामला

भूपेश बघेल के बेहद करीबी माने जाते हैं
दरअसल भूपेश बघेल की सरकार के दौरान अभिषेक पल्लव लंबे समय तक नक्सलियों के इलाके दंतेवाड़ा में एसपी रहे। यहां उन्होंने खुद नक्सल ऑपरेशन में इनोवेशन लाया। उन्होंने लोन वर्राटू यानी घर वापसी अभियान चलाया। इस अभियान को काफी सफलता भी मिली। कई नक्सलियों की घर वापसी हुई। इस अभियान की भूपेश सरकार ने काफी सराहना की। खुद नक्सली भी उनके अभियान से डरते थे। सरेंडर करने वाले नक्सलियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए पल्लव ने कई काम किए। नक्सल इलाके में उनके कई प्रोजेक्ट सफल रहे। भूपेश सरकार के लिए इसकी सफलता को गिनाना आसान हो गया। उनके काम ने भूपेश सरकार को काफी प्रभावित किया। वे भूपेश के करीबी बन गए।
किस मामले में हुई छापेमारी?
इसके बाद उनका तबादला जांजगीर चांपा और फिर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग में कर दिया गया। चूंकि महादेव सत्ता का बड़ा सरगना दुर्ग में ही काम करता था, इसलिए वह भी इस भंवर में फंस गया। बहरहाल पूरी जांच के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि महादेव सट्टा एप मामले में उनकी क्या भूमिका थी। जिन जिलों में वे एसपी थे, वहां भी उन्होंने अपराधियों पर नकेल कसी थी। इसके वीडियो और रील बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करते थे।
वायरल एसपी के तौर पर चर्चित
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अभिषेक पल्लव वायरल एसपी के तौर पर वे काफी चर्चित थे। लोगों ने उनके अंदाज को काफी पसंद भी किया है। अपराधी उनसे खौफ खाते थे। उन्हें कई सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है। इस चर्चित आईपीएस अधिकारी को डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने अपने गृह जिले कबीरधाम का एसपी बनाया था। यहां भी वे सकारात्मक काम कर रहे थे, लेकिन इसी बीच हुई एक हिंसा के बाद सरकार ने उनका तबादला रायपुर कर दिया था। इस समय एसपी पल्लव को सरकार के साथ खुद भूपेश बघेल ने घेरा था। विवादों के बाद उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी।