गुरुग्राम से लंदन तक मनी लॉन्ड्रिंग का खेल! वाड्रा के खिलाफ तीन मामलों में ED की चार्जशीट तैयार

गुरुग्राम से लंदन तक मनी लॉन्ड्रिंग का खेल! वाड्रा के खिलाफ तीन मामलों में ED की चार्जशीट तैयार

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ अपनी जांच को और तेज कर दिया है। ईडी जल्द ही वाड्रा के खिलाफ तीन अलग-अलग मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है।

गुरुग्राम लैंड डील केस सहित इन मामलों में वाड्रा से लगातार तीसरे दिन पूछताछ की गई, जो कुल मिलाकर 16 घंटे चली। ईडी सूत्रों ने बताया कि चार्जशीट दाखिल होने के बाद इन तीनों मामलों में वाड्रा पर एक साथ आरोप तय होने का रास्ता साफ हो जाएगा।

वाड्रा के खिलाफ क्या हैं तीनों मामले?

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इन तीन मामलों में पहला मामला गुरुग्राम की जमीन खरीद से जुड़ा है, जहां वाड्रा पर 7.5 करोड़ रुपये में जमीन खरीदकर कुछ ही महीनों में उसे 58 करोड़ रुपये में बेचने का आरोप है। दूसरा मामला भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़े लंदन स्थित प्रॉपर्टीज का है, जिन्हें कथित तौर पर रक्षा सौदों से मिले अवैध पैसे से खरीदा गया था। तीसरा मामला बीकानेर जमीन घोटाले से जुड़ा है, जिसमें वाड्रा पर विस्थापितों के लिए आरक्षित जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए खरीदने का आरोप है।

गुरुग्राम भूमि सौदा मामला

ईडी की जांच का मुख्य फोकस 2008 में गुरुग्राम के शिकोहपुर (अब सेक्टर 83) में हुए 3.5 एकड़ के भूमि सौदे पर है। इस सौदे में वाड्रा की कंपनी, स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने ऑनकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 7.5 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी थी। इसके कुछ महीनों बाद, इस जमीन को कथित तौर पर 58 करोड़ रुपये में रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ को बेच दिया गया। ईडी का दावा है कि इस सौदे में वित्तीय अनियमितताएं और मनी लॉन्ड्रिंग की संभावना है। हरियाणा पुलिस ने 2018 में इस सौदे की जांच के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसके बाद से वाड्रा कई बार ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश हो चुके हैं।

संजय भंडारी और बीकानेर भूमि सौदा

वाड्रा पर दूसरा आरोप यूके स्थित हथियार डीलर संजय भंडारी के साथ कथित संबंधों का है। ईडी पहले ही संजय भंडारी और वाड्रा के करीबी सीसी थंपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। जांच एजेंसी के अनुसार, भारत द्वारा स्विस कंपनी पिलाटस से 75 ट्रेनर एयरक्राफ्ट की खरीद के लिए हुई डील में 310 करोड़ रुपये की कथित घूस दुबई स्थित भंडारी की कंपनी “ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस एफजेडसी” के खातों में गई। इस राशि का इस्तेमाल दुबई और लंदन में संपत्तियां खरीदने में किया गया। ईडी ने इसमें से 150 करोड़ रुपये की रकम को ट्रेस किया है और भारत में भंडारी की 26 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को अटैच किया है। ईडी का दावा है कि वाड्रा इन लंदन स्थित संपत्तियों से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा, बीकानेर केस में, वाड्रा पर आरोप है कि उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के जरिए 275 बीघा जमीन 72 लाख रुपये में खरीदी गई और फिर 5.2 करोड़ रुपये में बेची गई।

प्रियंका गांधी पर भी लगा है आरोप

एक अन्य केस में, 21 नवंबर 2023 को दाखिल की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट में वाड्रा, प्रियंका गांधी और सीसी थंपी पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने 2005 से 2008 के बीच फरीदाबाद में 531 एकड़ जमीन दिल्ली के रियल एस्टेट कारोबारी एचएल पाहवा से खरीदी थी। बाद में यह जमीन वापस पाहवा को बेच दी गई, जिन्होंने इसे डीएलएफ ग्रुप की कंपनियों को बेचा। इस चार्जशीट पर कोर्ट ने 22 दिसंबर 2023 को संज्ञान लिया और आरोप तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि, उस वक्त वाड्रा और प्रियंका इस केस में आरोपी नहीं थे।

वाड्रा पर गौतम बुद्ध नगर (उत्तर प्रदेश) में 12 एकड़ की एक और संदिग्ध डील की भी जांच चल रही है। सूत्रों के अनुसार, ईडी द्वारा की जा रही यह एक समन्वित कार्रवाई है जिसका उद्देश्य है इन सभी मामलों में एक साथ कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाना। यह कार्रवाई ऐसे समय में हो रही है जब हाल ही में ईडी ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इस केस में गांधी परिवार पर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 5,000 करोड़ रुपये की संपत्तियों को यंग इंडियन (YI) के जरिए हड़पने का आरोप है, जिसमें दोनों की हिस्सेदारी 76% थी।

वाड्रा का जवाब: “राजनीतिक प्रतिशोध”

ईडी की ताजा कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है। गुरुवार को 16 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद वाड्रा ने कहा, “यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि मैं गांधी परिवार से जुड़ा हूं। अगर मैं बीजेपी के साथ होता, तो शायद यह सब न होता।” उन्होंने दावा किया कि ईडी वही सवाल दोहरा रही है, जिनका जवाब वह 2019 में दे चुके हैं। वाड्रा ने यह भी कहा कि उन्होंने जांच में पूरा सहयोग किया है और 23,000 पन्नों के दस्तावेज जमा किए हैं।