दुर्ग जिले में भू-माफिया खुलेआम दूसरे की जमीन को अपना बताकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे
भिलाई में दो भू-माफिया ने हाउसिंग बोर्ड की सरकारी जमीन पर कब्जा कर उस पर प्लॉटिंग कर दी। जब हाउसिंग बोर्ड को इसकी जानकारी हुई, तो अब अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की गई है।
मामला भिलाई नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत कोहका हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास का है। यहां अंसारी ब्रदर्स ने मिलकर हाउसिंग बोर्ड की कई एकड़ जमीन को अपना बताते हुए उस पर कब्जा कर लिया। इसके बाद गलत खसरा नंबर दिखाकर उस पर प्लॉटिंग भी शुरू कर दी। ये खेल कई महीनों से चला आ रहा था। जब हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने इसकी शिकायत नगर निगम में की।भिलाई नगर निगम आयुक्त और एसडीएम के आदेश पर निगम और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम गठित की गई है। जोन आयुक्त, भवन अनुज्ञा अधिकारी और तहसीलदार के नेतृत्व में शुक्रवार को टीम जेसीबी लेकर कोहका हाउसिंग बोर्ड पहुंची और प्लॉटिंग वाली जमीन की संरचना को हटाने का काम किया।
बड़ी संख्या में लोगों की पूंजी फंसी
बताया जा रहा है कि इन भू-माफिया ने सरकारी जमीन को अपना बताकर कई लोगों को महंगे दर पर बेचा है। इन्होंने कूट रचित दस्तावेजों के आधार इस जमीन की रजिस्ट्री भी करा दी है। अब जिला प्रशासन वहां कार्रवाई कर रहा है।
निगम के अधिकारियों की भी रहती है मिलीभगत
इस पूरे खेल में निगम के अधिकारियों की पूरी मिलीभगत रहती है। वो कार्रवाई के नाम पर मार्ग संरचना को तो मिटा देते हैं, लेकिन अवैध निर्माण पर रोक नहीं लगाते हैं। यही कारण है कि जामुल, कुरूद और सीएम मेडिकल कॉलेज के पास बड़े पैमाने पर अवैध प्लॉटिंग जारी है।
हालत ये है कि कुरुद नकटा तालाब के पास निगम की जोन आयुक्त ने एफआईआर और खसरा नंबर को बैन तक कराया, लेकिन वहां बड़ी संख्या में अवैध मकान बन रहे हैं। हालत यह है कि नकटा तालाब के ऊपर तक लोगों ने कब्जा कर पक्का मकान बना लिया है। कई बार शिकायत के बाद भी निगम की टीम सिर्फ दिखावे की कार्रवाई करती है और चली जाती है।
शासन के निर्देश पर हो रही है कार्रवाई
भिलाई के तहसीलदार गुरुदत्त पंचभाई ने बताया कि अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ कार्रवाई राज्य शासन और कलेक्टर के निर्देश पर की जा रही है। कार्रवाई के साथ ही वो अवैध प्लॉटिंग वाले खसरा को बैन करने की भी कार्रवाई कर रहे हैं।