छत्तीसगढ़ के 101 पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों की जुगलबंदी से रंग जमेगा देशभक्ति का
भिलाई। प्रख्यात लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय अपने समूह के साथ अगले सप्ताह खजुराहो महोत्सव में देश-विदेश के मेहमानों के बीच अनूठी प्रस्तुति देने जा रहे हैं। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र नागपुर संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से 16 और 17 दिसंबर को आयोजित होने वाले खजुराहो महोत्सव में रिखी क्षत्रिय अपने समूह के साथ छत्तीसगढ़ लोक बैंड के तहत 101 पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों की जुगलबंदी के माध्यम से, पारंपरिक धुनों एवं देशभक्त गीतों की प्रस्तुति देंगे। इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में प्रस्तुति देने रिखी व उनका समूह 14 दिसंबर को भिलाई से रवाना हो रहा है। रिखी क्षत्रिय ने बताया कि यहां प्रस्तुति देना उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि खजुराहो में न सिर्फ देश भर के कला प्रशंसक पहुंचते हैं बल्कि विदेशी मेहमानों की भी बहुतायत होती है। उन्होंने बताया कि खजुराहो महोत्सव के लिए पूरा समूह लगातार रिहर्सल में जुटा है और उम्मीद है वहां छत्तीसगढ़ के कलाकारों की प्रस्तुति को बेहद पसंद किया जाएगा।
खजुराहो महोत्सव में छत्तीसगढ़िया लोक रंग का जादू जगाने जा रहे दल में रामकुमार पाटिल, डोरेलाल साहू, रामकुमार निषाद, कुलदीप सार्वा, प्रदीप ठाकुर, सुनील कुमार,सुशील कुमार, जय कुमार सेन, एनेश्वर विश्वकर्मा, मोहेंद्र निषाद ,भोज राम,प्रमोद और सागर शामिल हैं।