हवाई यात्रियों को अब स्वामी विवेकानंद विमानतल में लंबी सुरक्षा जांच की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा

हवाई यात्रियों को अब स्वामी विवेकानंद विमानतल में लंबी सुरक्षा जांच की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा


 हवाई यात्रियों को अब स्वामी विवेकानंद विमानतल में लंबी सुरक्षा जांच की प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। बताया जा रहा है कि सोमवार 15 अप्रैल से यहां डिजी हवाई यात्रा का ट्रायल शुरू हो जाएगा और आने वाले दिनों में पूरी तरह से इसे लागू किया जाएगा। हालांकि डिजी हवाई यात्रा का सुविधा अभी केवल विस्तारा एयरलाइंस के यात्रियों की ही मिल पाएगी, क्योंकि बताया जा रहा है कि इंडिगो एयरलाइंस की वेबसाइट डाउन है, इसके कारण ही विमानन कंपनी ने घोषणा की है कि अभी डिजी यात्रा व सेल्फ बैगेज ड्राप की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।

विमानन अधिकारियों का कहना है कि चेहरे को पहचानने वाली इस तकनीक पर आधारित डिजी यात्रा की मदद से विमानतल पर जांच के दौरान यात्रियों को काफी सुविधा होगी। लोगों को जांच की लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। स्वामी विवेकानंद विमानतल के निदेशक एसडी शर्मा ने बताया कि सोमवार से डिजी यात्रा का ट्रायल शुरू हो जाएगा,इसकी तैयारी पूरी हो गई है। अभी विस्तारा एयरलाइंस द्वारा ही यह सुविधा शुरू की जा रही है।

14 नए विमानतलों में भी शुरू होगी सुविधा
जानकारी के अनुसार हवाई यात्रियों के सफर को आसान बनाने के लिए शुरू की जाने वाली डिजी यात्रा की सुविधा देश के 14 नए विमानतलों में भी शुरू होगी। साथ ही वर्ष 2025 में इसमें 11 और नए विमानतल जोड़े जाएंगे।डिजी यात्रा की सुविधा शुरू होने वाले विमानतलों में चेन्नई, भुवनेश्वर, कोयंबटूर, इंदौर, बागडोगरा, चंडीगढ़, रांची, नागपुर, पटना, रायपुर, श्रीनगर, विशाखापत्तनम आदि है।

बढ़ गया डिजी एप का इस्तेमाल
डिजी यात्रा की सुविधा लेने के लिए हवाई यात्रियों को अपने मोबाइल में डिजी यात्रा एप भी डाउनलोड करना होगा।बतायाजा रहा है कि सरकार द्वारा ई-पासपोर्ट आधारित नामांगन भी शुरू करने जा रही है,इससे विदेशी नागरिकों को भी डिजी यात्रा का लाभ मिलेगा। आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2022 से नवंबर 2023 के बीच डिजी यात्रा एप का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। एप ने एंट्री व बोर्डिंग गेट पर लगने वाले समय को कम कर दिया है। डिजी यात्रा की शुरूआत दिसंबर 2022 में हुई थी।

इन विमानतलों में चल रही सेवा
वर्तमान में डिजी हवाई यात्रा दिल्ली, बैंगलुरू, वाराणसी, कोलकाता, विजयवाड़ा, पुणे, मुंबई, कोचीन, अहमदाबाद, लखनऊ,जयपुर और गुवाहाटी में चल रही है। डिजी यात्रा के लिए दिया गया डाटा एनक्रिप्टेड होता है। यात्री को आधार नंबर के हिसाब से एनरोलमेंट करने का मौका मिलता है। साथ ही अपनी फोटो व डिटेल भी अपलोड करने होते है। इसके बाद बोर्डिंग पास को स्कैन करते ही आपकी जानकारी विमानतल के साथ साझा कर दी जाती है।

यात्रियों की स्वेच्छा है डिजी यात्रा

विमानतल ई-गेट पर यात्री को पहले बार कोडेड बोर्डिंग पास को स्कैन करना होगा। ई-गेट पर मौजूद फेशियल रिकग्रिशन सिस्टम यात्री की पहचान औरयात्रा दस्तावेज की जांच कर लेगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद यात्री ई-गेट के जरिए ही विमानतल में प्रवेश कर सकता है। हालांकि डिजी हवाई यात्रा यात्रियों के लिए स्वैच्छिक रहेगी।