दुर्ग गंजपारा मंत्री यादव हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया

दुर्ग गंजपारा मंत्री यादव हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया

दुर्ग कोतवाली थाना अंर्तगत मंगलवार रात 8.40 बजे गंजपारा में दुर्ग बस स्टैंड ठेकेदार मंत्री यादव अपने साथियों के साथ गंजपारा में खड़ा था। पूर्व पाषर्द व थाने का निगरानी अजय दुबे के भतीजों ने पूरानी रंजिश को लेकर उसे घेर लिया और चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। तीन से चार वार चाकू से किया और कड़ा से सीने पर प्रहार कर उसे जख्मी कर दिए थे। सूचना पर पुलिस पहुंची और उसे अस्पताल ले गई। लेकिन डॉक्टर उसे नहीं बचा सके। उसकी मौत हो गई। मामले में कोतवाली पुलिस ने धारा 302 के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले में आरोपियों की पतासाजी शुरू की। एसीसीयू और थाना की पेट्रोलिंग टीम ने अथक मेहनत कर तीसरे दिन ही तीन आरोपियों को धर दबोचा। भिलाई.दुर्ग गंजपारा मंत्री यादव हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। तीन दिनों तक खोजबीन कर वारदात में शामिल तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं फरार एक आरोपी की तलाश जारी है। बता दें थाना के निगरानी बदमाशों ने बदमाश मंत्री यादव को घेरकर चाकू से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया था।

वारदात को अंजाम देकर दुर्ग से नहीं भागे आरोपी

एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने घटना की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल टीम गठित की। एसीसीयू और थाना की टीम ने खोजबीन शुरू की। थाने की पेट्रोलिंग को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी दुर्ग से बाहर नहीं जा पाए है। क्योंकि घटना के बाद से चारों तरफ नाकेबंदी कर दी गई थी। आरोपी पुलिस की डर से दूसरे के घर में छुप गए थे। गुरुवार और शुक्रवार आधी रात को पुलिस ने दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। बताया जा रहा है कि आरोपी अक्षत दुबे, शुभम शर्मा और नमन राजपूत को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ जारी है। वहीं आरोपी अमिताभ दुबे उर्फ चंदू अभी भी फरार है।

दोनों बदमाशों में पहले अच्छी दोस्ती थी

बतातें है कि मंत्री यादव और अजय दुबे दुर्ग कोतवाली थाना के निगरानी बदमाश है। पहले दोनों में अच्छी दोस्ती थी। बीच में किसी बात को लेकर विगाड़ हुआ। इसके बाद मंत्री यादव ने अपनी गैंग के साथ अजय दुबे से मारपीट की। उसका जबड़ा तोड़ दिया था। यह रंजिश चली ही आ रही थी। इसके बाद थानेदार बदले और महेश ध्रुव ने कोतवाली का चार्ज संभाला। मंत्री यादव ने मोहल्ले की महिलाओं से छेड़छाड़ की शिकायत कराई। टीआई ने गंभीरता दिखाते हुए अजय दुबे के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया और जेल में बुक कर दिया। जेल से छूटने के बाद अजय यादव अपनी पुरानी रंजिश का बदला लेने सोशल मीडिया आदि में पोस्ट करते रहता था। उसका भतीजों इसी बीच बिहार से लाए कट्टा के साथ मोहन नगर थाना में पकड़ाया था। पूरे मामले में बदमाशों की निगरानी में पुलिस फेल रही। नतीजा रहा कि मंत्री यादव की अंततः हत्या कर दी।