छत्तीसगढ़ के सरगुजा में बुजुर्ग पिता की मौत के बाद अंतिम संस्कार करने से पहले दो बेटे में संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में बुजुर्ग पिता की मौत के बाद अंतिम संस्कार करने से पहले दो बेटे में संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया। उनके बीच जमकर मारपीट हो गई। पिता का अंतिम संस्कार करने के बजाय लहूलुहान दोनों भाई कोतवाली थाने पहुंच गए। कोतवाली थाना प्रभारी और समाज के वरिष्ठ लोगों की समझाइश के बाद दोनों भाई ने पिता के शव का अंतिम संस्कार किया।दरअसल, अंबिकापुर के चांदनी चौक मायापुर निवासी गिरिवर सोनी (80) की बुधवार-गुरुवार की रात मौत हो गई। गुरुवार सुबह अंतिम संस्कार करने की तैयारी चल रही थी। घर के बाहर अर्थी सजाई गई, लेकिन पिता का अंतिम संस्कार करने से पहले घर में विवाद शुरू हो गया।गिरिवर सोनी के दो बेटे चमरू सोनी और विजय सोनी संपत्ति के बंटवारे को लेकर आपस में भिड़ गए। दोनों भाईयों ने डंडे और ईंट पत्थर से एक-दूसरे पर हमला कर दिया। जिससे दोनों भाई लहूलुहान हो गए।मोहल्लेवासी और समाज के लोगों ने किसी तरह रोका उन्हें रोका और विवाद शांत कराया।विवाद के बाद दोनों भाई कोतवाली थाने पहुंच गए। इसकी सूचना मिलने पर समाज के वरिष्ठ लोग और पार्षद सतीश बारी भी कोतवाली पहुंचे। थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार सहित समाज के लोगों ने समझाइश दी कि पहले पिता के शव का अंतिम संस्कार करें, उसके बाद भी पुलिस कार्रवाई हो सकती है।जिसके बाद दोनों भाई पिता के शव का अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए। घर से दोपहर में पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी की गई। शंकरघाट मुक्तिधाम में गिरिवर सोनी का अंतिम संस्कार किया गया।गिरवर सोनी के दोनों बेटों के बीच संपत्ति का विवाद लंबे समय से चल रहा है। दोनों का परिवार अलग-अलग रहता है। एक के साथ पिता रहते थे। पैतृक संपत्ति का पूरी तरह बंटवारा नहीं हुआ है। चमरू सोनी का मायापुर में कार श्रृंगार की दुकान है। वहीं, विजय सोनी ज्वेलर्स का काम करते हैं।इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार का कहना है कि, मारपीट मामले वे रिपोर्ट कराने आए थे। उन्हें पहले पिता का अंतिम संस्कार करने की समझाइश देकर भेजा गया था। यदि वे रिपोर्ट कराने आएंगे तो उनके आवेदन पर कार्रवाई होगी।