वंदे भारत में रेलवे की मंशा के अनुरूप यात्रियों ने टिकट बुक नही किया
रायपुर वंदे भारत एक्सप्रेस शुक्रवार पहली बार यात्रियों को लेकर रायपुर से विशाखापट्टनम जाएगी। दुर्ग से विशाखापट्टनम जाने वाली वंदे भारत प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर आएगी और विशाखापट्टनम से रायपुर आने वाली प्लेटफार्म नंबर-1 पर आएगी। वंदे भारत को प्लेटफार्म नंबर-1 और 2 पर लाने की वजह है कि प्लेटफार्म नंबर- 5-6 और 7 पर कर्व अधिक है। कर्व को पार करने में दो तीन मिनट लग जाएंगे। वहीं वंदे भारत रेलवे की पहली प्राथमिकता में है। क्योंकि इसकी मॉनिटरिंग दिल्ली से हो रही है। रेलवे ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।लेकिन वंदे भारत में रेलवे की मंशा के अनुरूप यात्रियों ने टिकट बुक नही किया है। शुक्रवार को रायपुर से जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के टिकट की बुकिंग की पड़ताल की तो काफी चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रेलवे के मुताबिक कुल 1128 सीट है। इसमें एसी चेयरकार में 148 सीट और एक्जीक्यूटिव चेयर की सिर्फ 8 सीट बुक हुई है। वर्तमान में 972 सीट खाली हैं। ठीक इसी तरह रायपुर से विशाखापट्टनम रूट पर चलने वाली ज्यादातर गाड़ियों में सीट खाली है। रेलवे सूत्रों की माने तो वंदे भारत का किराया अधिक है। इस कारण यात्री टिकट बुक नही कर रहे हैं।दुर्ग-विशाखापट्टणम-दुर्ग वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिन (गुरुवार को छोड़कर) चलेगी। वर्तमान में दुर्ग और रायपुर से विशाखापट्टनम जाने वाली ट्रेनें करीब 11 घंटे में पहुंचती है। वंदे भारत 8 घंटे में पहुंचेगी। इससे यात्रियों का करीब 3 घंटे के समय की बचत होगी। इससे रायपुर और विशाखापट्टनम जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगी, जो पर्यटन और व्यापार की दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। इससे इन क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही साथ चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में भी यह ट्रेन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।