छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में आदतन अपराधी के आतंक से परेशान बस्ती के 25-30 लोगो ने युवक पर हंसिया-कुल्हाड़ी से हमला कर उतारा मौत के घाट

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में आदतन अपराधी के आतंक से परेशान बस्ती के 25-30 लोगो ने युवक पर हंसिया-कुल्हाड़ी से हमला कर उतारा मौत के घाट

भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में एक घटना सामने आई, जहां बस्ती के लोगों ने मिलकर एक कुख्यात अपराधी की हत्या कर दी। घटना हथखोज क्षेत्र की है, जहां सुरेंद्र विश्वकर्मा उर्फ "आशिक चोर" नामक एक व्यक्ति को मार डाला गया। आशिक चोर के खिलाफ पहले से 15 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, जिसमें मारपीट, चोरी, अवैध वसूली जैसी घटनाएं शामिल थीं।रविवार शाम को आशिक चोर ने प्रमोद गबेल नामक एक व्यक्ति से शराब के लिए पैसे मांगे। प्रमोद ने पैसे ना होने की बात कही, जिसके बाद आशिक ने उसे मारपीट कर भगा दिया। प्रमोद ने अपने साथी बहादुर और रामायण के साथ मिलकर आशिक से समझाने की कोशिश की कि वह बस्ती के लोगों के साथ मारपीट बंद करे।आशिक ने शराब मंगवाई और सभी को अपने साथ शराब पीने के लिए कहा। शराब पीने के बाद, आशिक ने अचानक तलवार निकालकर बहादुर पर हमला किया। लेकिन बहादुर को धक्का देकर प्रमोद ने उसकी जान बचाई और फिर तीनों ने मिलकर शोर मचाया।बस्ती के लोगों ने पहले से ही आशिक चोर के आतंक से परेशान होकर उसकी हत्या की योजना बना रखी थी। प्रमोद, रामायण और बहादुर के शोर मचाने के बाद करीब 25-30 लोग, जिनमें लगभग 10-15 महिलाएं भी शामिल थीं, हथियार लेकर वहां पहुंचे। सभी ने आशिक को घेर लिया और हंसिया, कुल्हाड़ी और डंडों से हमला कर दिया। हमले में एक कुल्हाड़ी उसकी आंख के ऊपर और तलवार उसके सिर के पीछे लगी, जिससे वह वहीं ढेर हो गया।घटना के बाद बस्ती के लोगों ने खुद पुलिस को फोन कर इसकी सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल आशिक को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। फिलहाल, पुलिस ने 26 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है, जिनमें 10 महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि किसने घातक हथियार चलाए और असली आरोपी कौन हैं।