एमपी के इस शहर में सुनाई जाएगी श्री राम मंदिर की गाथा, 500 साल पुराना इतिहास
भोपाल. पूरे विश्व में श्री राम की नगरी अयोध्या राम मंदिर की गूंज है. हर दिन के साथ वह दिन नजदीक आता जा रहा है जब 500 से अधिक सालों के बाद भगवान राम, मंदिर में विराजमान होंगे. 22 जनवरी को राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह होना है. इसी उत्साव के साथ को लेकर राजधानी में विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं. इसी श्रेणी में करुणाधाम आश्रम 7 जनवरी को रवीन्द्र भवन में ‘गाथा श्रीराम मंदिर की’ का आयोजन कर रहा है. जिसमें 500 साल पहले आक्रांताओं द्वारा मंदिर तोड़े जाने और इसके बाद से शुरू श्रीराम जन्मभूमि को मुक्त कराने के संघर्ष की कहानी सुनाई जाएगी. कार्यक्रम हंस ध्वनि सभागृह में शाम 6:30 बजे शुरू होगा, जो 75 मिनट चलेगा.
आश्रम के प्रवक्ता शाश्वत शांडिल्य ने कहा कि करुणाधाम आश्रम द्वारा रवीन्द्र भवन के हंस ध्वनि सभागृह में रविवार 7 जनवरी को शाम 6:30 बजे “गाथा श्रीराम मंदिर की संगीतमय महागाथा प्रस्तुति करवाई जा रही है. इसमें राम जन्म-भूमि के संघर्ष के इतिहास की भव्य प्रस्तुति की जायेगी. कार्यक्रम में अभिनेता एवं वक्ता मोहित शेवानी संगीतमय महागाथा की प्रस्तुति देंगे. बॉलीवुड रायटर एवं गीतकार प्रबुद्ध सौरभ मंच संचालन करेंगे. हृदय बैंड के शुभम नाथानी संगीत देंगे. श्रीराम जन्मभूमि की तपस्या एवं संघर्ष की सत्य गाथा के इस कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क रहेगा.
गाथा श्री राम मंदिर की
इस गाथा में श्रीराम से चल कर लवकुश से शुरू होकरअयोध्या पर हुए तमाम हमलों और अयोध्या के रक्षकों की चर्चा होती है जिसमें हर उस महत्वपूर्ण व्यक्ति का नाम है, जो अयोध्या और श्रीराम मंदिर से सम्बद्ध है. साथ ही राजा विक्रमादित्य और माँ अहिल्याबाई होल्कर द्वारा मंदिर के जीर्णोद्धार, बैरागी साधुओं के संघर्ष, गर्भगृह से रामलला का निकाला जाना, गर्भगृह में रामलला का प्रकट होना, कार सेवा, कोठारी बन्धुओं के बलिदान, राजनीतिक उथल-पुथल और वर्तमान निर्माणाधीन मंदिर की भव्यता, दिव्यता और उसके पीछे केंद्र और राज्य सरकार के संकल्प का चित्रण किया गया है. जहाँ एक ओर यह गाथा श्रीराम मंदिर की पूरी कहानी आस्था पूर्वक सुनाती है, वहीं संगीतमय प्रस्तुति इसे रुचिकर और ऊर्जात्मक भी बनाती है.