रेल यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें; रेलवे ने फिर से दो दर्जन ट्रेनों को किया रद
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल के अनूपपुर-न्यू कटनी जंक्शन सेक्शन के मुदरिया स्टेशन में तीसरी लाइन कनेक्टीविटी के लिए प्री-एनआइ व एनआइ का काम के चलते 12 से 21 जून तक 24 यात्री ट्रेनों को अलग-अलग दिनों में रद करने का खामियाजा यात्रियों को दस दिनों तक भुगतना पड़ेगा।
रेलवे ने इस दौरान दो ट्रेनें को परिवर्तित मार्ग से चलाने का फैसला लिया है। थोक में ट्रेन रद होने से एक तरफ यात्रियों को जहां समर वेकेशन में भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा, तो वही दौड़ रही एक्सप्रेस ट्रेनों में लंबी वेटिंग के चलते कंफर्म टिकट नहीं मिलने से यात्री पहले से परेशान है। रेलवे मंडल के अधिकारियों का दावा है कि रेलवे द्वारा तीसरी लाइन के लिए कराया जा रहा काम के पूरा होने पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने के साथ ही ट्रेनें समय आ-जा सकेगी।
पिछले लंबे समय से दपूमरे के विभिन्न सेक्शनों में अंधोसरचना का काम चलने के कारण लगातार ट्रेनें रद की जा रही है। इससे पहले रेलवे ने 27 से 30 अप्रैल तक 19 मेमू पैसेंजर नहीं चलाने का निर्णय फैसला लिया था। दरअसल नागपुर रेल मंडल के अंतर्गत राजनांदगांव से कल्पना के बीच तीसरी लाइन को सालेकसा रेलवे स्टेशन से जोड़ने का काम कराने की वजह से बड़ी संख्या में मेमू रद करने से पचास हजार से ज्यादा यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
हजारों ने जहां यात्रा रद की वहीं जिन्हें जरूरी था वे सड़क मार्ग से आने-जाने को विवश हुए। जबकि रायपुर मंडल के अंतर्गत रायपुर-दुर्ग सेक्शन में सरोना और कुम्हारी के मध्य आटोमेटिक सिग्नलिंग और अन्य अपग्रेडेशन कार्य के चलते 19 से 21 अप्रैल के बीच 19 ट्रेनें रद और आठ ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही समाप्त किया गया, वहीं, सिकंदराबाद रेल मंडल में तीसरी लाइन का काम 27 अप्रैल से 21 मई के बीच करने की वजह से दक्षिण की ओर जाने वाली दो ट्रेनों को रद किया गया है।