आज हरेली के मौक़े पर पारम्परिक छत्तीसगढ़िया व्यंजनों से महका मुख्यमंत्री निवास
मुख्यमंत्री निवास आज हरेली के मौक़े पर पारम्परिक छत्तीसगढ़िया व्यंजनों की महक से भर गया है। हरेली पर्व में शिरकत करने वाले मेहमानों के लिए ठेठरी, खुरमी, अनरसा (अइरसा), खाजा, करी लड्डू, मुठिया और पिड़िया की प्लेट सजकर तैयार है। हरेली तिहार में पारंपरिक लोक यंत्रों के साथ सुंदर नाचा का आयोजन हो रहा है। पूरे परिसर में उत्सव का माहौल है। पूरा ग्रामीण परिवेश इस सुंदर माहौल में साकार हो गया है।कहीं सुंदर वस्त्रों में सजे राऊत नाचा कर रहे कलाकारों की रंगत है तो कहीं आदिवासी कलाकार अपने पारंपरिक लोक नृत्य करते नजर आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ का अद्भुत ग्रामीण लैंडस्केप अपनी सम्पूर्ण सांस्कृतिक सुंदरता में यहां उतार आया है। अलग अलग तरह की धुनों में छत्तीसगढ़ी संगीत का माधुर्य अपने चरम पर है।