देवी जसगीत हमर संस्कृति हमर चिन्हारी - गजेन्द्र यादव

दुर्ग। दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न धार्मिक आयोजनों में शहर विधायक गजेन्द्र यादव शामिल हुए और सनातन धर्म और छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने कार्यक्रम की प्रशंसा कर भव्य धार्मिक आयोजको का उत्साहवर्धन किये। श्री शिवशंकर आदर्श सेवा समिति नयापारा में दो दिवसीय और श्री नव हिंद आजाद सांस्कृतिक सेवा समिति बांसपारा में 3 दिवसीय सेवा जसगीत प्रतियोगिता के आयोजन में विधायक गजेन्द्र यादव बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए और उन्होंने उपस्थितजन को सम्बोधित करते हुए देवी जस गीत की महत्ता को साझा कर छत्तीसगढ़ में स्थापित 6 देवी शक्तिपीठ में देवीय शक्ति और धार्मिक आस्था को लेकर उद्बोधन दिए। इस दौरान जसगीत मंडलियो द्वारा जीवंत झांकी का प्रदर्शित किये।
विधायक गजेन्द्र यादव ने कहा की शहर के धार्मिक समितियों द्वारा आयोजित जसगायन एवं झांकी प्रतियोगिता में शामिल होने का अवसर मिला। जसगीत, देवी की पूजा और आराधना का एक सशक्त माध्यम है, इससे हमारी भक्ति और आस्था को बढ़ावा मिलता है, साथ ही छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
देवी जसगीत एक पारंपरिक लोक कला है जो देवी-देवताओं की स्तुति में गाये जाते हैं। इनका महत्व सांस्कृतिक और धार्मिक दोनों स्तरों पर है, क्योंकि ये देवी-देवताओं की शक्ति और महिमा का प्रदर्शन करते हैं, साथ ही समुदाय को एकजुट करते हैं। छत्तीसगढ़ में, देवी जसगीत एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक परंपरा है। ये गीतों के माध्यम से, लोककला को बढ़ावा मिलता है और स्थानीय कलाकारों को अपनी कला को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है।
इस अवसर पर सभापति श्याम शर्मा, एमआईसी सदस्य मनीष साहू, लीलाधर पाल, पार्षद गोविन्द देवांगन, मनीष कोठारी, पार्षद ममता सेन, संतोष शर्मा, रामलोचन तिवारी, सौरभ देवांगन, जागेश्वर साहू, मंजीत कुम्भकार, अशोक राठी, कुमार यादव, जयराम यादव, महेंद्र भीमटे तथा आयोजन समिति के सदस्यगण एवं बड़ी संख्या में वार्ड के नागरिक उपस्थित रहे।